सीनियर आइएस अफसर बीआर नायडू अतिरिक्त मुख्य सचिव रह चुके हैं। वे वर्तमान में जन अभियान परिद के महानिदेशक हैं। दूसरे रिटायर्ड आइएएस अफसर सभाजीत यादव कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। दोनों अफसरों के फार्म हाउस रातीबड़ इलाके के बिशनखेड़ी गांव में एक-दूसरे के बगल में हैं। दोनों ही परिवार में पांच फीट जमीन को लेकर विवाद काफी समय से चल रहा है।
जेसीबी लेकर पहुंचा नायडू परिवार
बताया जा रहा है कि 20 अक्टूबर को सुबह बीआर नायडू की पुत्री निवेदिता सीमांकन में मिली जमीन को कब्जे में लेने के लिए जेसीबी लेकर पहुंची और उनके हिस्से में आने वाली पांच फीट जमीन पर बना निर्माण तुड़वाना शुरू कर दिया। इसकी खबर लगते ही सभाजीत यादव का पूरा परिवार बाहर आ गया और दोनों परिवारों के बीच बहस शुरू हो गई। इस दौरान दोनों ही परिवारों ने पुलिस प्रशासन के आला अफसरों को फोन पर सूचना दी। इसके बाद पुलिस टीम ने दोनों ही परिवारों को समझाइश देकर मामला शांत करा दिया। इधर, टीटी नगर सीएसपी उमेश तिवारी कहते हैं कि हंगामे की खबर लगते ही पुलिस बल मौके पर भेजा था। जमीन का सीमांकन हुआ है और अब प्रशासन उस पर अध्ययन कर रहा है।
क्या कहता है नायडू परिवार
जन अभियान परिषद के महानिदेशक बीआर नायडू कहते हैं कि नगर एवं ग्राम निवेश तथा नगर निगम से अनुमति लेने के बाद हम मकान बनवा रहे हैं। पड़ोस में सभाजीत यादव की पत्नी शोभना, पुत्र अनुश्री और एश्वर्य पहले से मकान बनवाकर रह रहे हैं। नायडू का आरोप है कि सभाजीत यादव ने स्वीकृत नक्शे से बाहर जाकर पत्नी जमुना और पुत्री निवेदिता की भूमि में जमीन हड़पने की नीयत से अतिरिक्त किचिन बनवा लिया। इस बात को छुपाते हुए निवेदिता नायडू पर जमीन बेचने के लिए अनैतिक रूप से दबाव बना रहे थे। सात सितंबर को रातीबड़ थाने में इसकी शिकायत शपथ पत्र के साथ की गई थी, जिसकी जांच टीटी नगर के तहसीलदार ने हाल ही में की है। नायडू का कहना है कि यादव की ओर से निर्माण कार्य में व्यवधान डाला जाएगा, इसलिए पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था की मांग प्रशासन से की गई है।
नायडू की पुत्री की शादी में 22 लाख दिए
सेवानिवृत्त आइएएस अफसर सभाजीत यादव कहते हैं कि नायडू की बेटी और दामाद पुलिस में हैं, इसलिए पुलिस से उनके परिवार को प्रताड़ित करवाया जा रहा है। यादव का कहना है कि 2018 में नायडू की पुत्री की शादी के लिए उन्होंने 22 लाख रुपए दिए थे। उस समय नायडू की पुत्री निवेदिता ने इस राशि के बदले सर्वेंट क्वार्टर, पेड़-पौधों वाली जमीन एक हजार रुपए स्क्वेयर फीट में देने पर सहमति दे दी थी। बाद में नायडू ने कहा था कि पूरा पैसा निवेदिता ने ले लिया, पत्नी चाहती है कि ज्योति किरण नायडू को भी रुपए दें। यादव ने बताया कि उन्होंने 9 लाख 75 हजार रुपए दे दिए, लेकिन 14 जुलाई 2020 को सर्वेंट क्वार्टर से सामान फेंक दिया। श्रीमती नायडू से समझौता करने की बात की, इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर 7 सितंबर को थाने में शिकायत की थी। नायडू की बेटी-दामाद पुलिस में हैं, इसलिए उन्होंने हमें प्रताड़ित करवाना शुरू कर दिया। सीएम और बड़े अफसरों को भी लिखित में सूचना दे दी है, जबकि न्यायालय में भी परिवाद लगाया है। यादव ने भी अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है।