भोपालPublished: Sep 14, 2020 02:10:05 am
हर्ष पचौरी
मोतिया तालाब में युवक का शव मिला, ऑटो चलाता था युवक
सिर्फ दो लाइन आईं समझ में… मेरे बच्चो मुझे माफ कर देना…
भोपाल. शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र के मोतिया तालाब से रविवार सुबह एक युवक का शव गोताखोरों ने निकाला। मृतक के पास कागज का एक टुकड़ा मिला है। इसमें सिर्फ दो लाइनें ही समझ में आई। इसमें लिखा था, मेरे बच्चो मुझे माफ कर देना, इसके अलावा बाकी शब्द पानी में धुल गए। ऐसे में खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। हालांकि, किसी ने भी युवक को छलांग लगाते नहीं देखा।
नगर निगम गोताखोर आसिफ ने बताया कि रविवार सुबह मोतिया तालाब से एक शव बाहर निकाला। इसकी सूचना शाहजहांनाबाद पुलिस को दी। मौके पर एएसआई गणेश लाल भी टीम के साथ आए। मृतक की तलाशी लेने पर जेब से एक कागज का एक टुकड़ा मिला। इस पर लिखा था, मेरे बच्चो मुझे माफ कर देना। कागज पर एक नंबर भी था, जिस पर संपर्क करने के बाद मृतक की पहचान 45 साल के राजेश कुमार के रूप में हुई। टीला जमालपुरा के इंद्रा नगर में रहने वाला राजेश ऑटो चलाता था। पुलिस की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए। हालांकि, उन्हें भी राजेश के खुदकुशी करने के कारणों का पता नहीं है। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण वह मानसिक तनाव में था। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है।
मम्मी आपके जाने का सदमा बर्दाश्त नहीं होता, मैं आपके पास आ रहा हूं
मां मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं, आपकी मौत का सदमा मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रहा हूं, मैं भी आपके पास आ रहा हूं। एक कागज पर मां के लिए यह लाइनें लिखकर युवक ने फंदा लगा लिया। जांच अधिकारी उमेश सिंह चौहान ने बताया कि, अशोका गार्डन के सुभाष कॉलोनी निवासी अमित सक्सेना (40 ) पिता तेज बहादुर इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। अमित की शादी नहीं हुई थी। वह अकेला रहता था वहीं उसकी मां देवास में उसके बड़े भाई के पास रहती थीं। 12 मार्च को मां की मौत हो गई थी जिसके बाद से अमित दुखी रहने लगा था। अमित ने शुक्रवार रात घर में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस को जेब से सादे कागज पर लिखा सुसाइड नोट बरामद हुआ
अमित का बड़ा भाई देवास में रहता है वहीं बड़ी बहन की शादी भोपाल में हुई है। अमित का भांजा कुणाल उससे अक्सर मिलने आता था। शनिवार दोपहर कुणाल पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुलने पर पड़ोसियों से पूछा। कुणाल ने दरवाजे पर लात मारी तो वह गया, अंदर अमित का शव टंगा था जो ऐंठ चुका था।