जल्द जारी हो सकता है रिजल्ट
आंसर-की आ जाने के बाद अब जल्द ही बोर्ड रिजल्ट की भी घोषणा कर सकता है। नेट रिजल्ट अगले सप्ताह तक जारी होने की संभावना है। यूजीसी नेट का रिजल्ट सामान्य तौर पर परीक्षा के 3 महीने बाद जारी करता है। लेकिन इस बार रिजल्ट एक महीने के बाद ही जारी कर दिया जाएगा।
आंसर-की आ जाने के बाद अब जल्द ही बोर्ड रिजल्ट की भी घोषणा कर सकता है। नेट रिजल्ट अगले सप्ताह तक जारी होने की संभावना है। यूजीसी नेट का रिजल्ट सामान्य तौर पर परीक्षा के 3 महीने बाद जारी करता है। लेकिन इस बार रिजल्ट एक महीने के बाद ही जारी कर दिया जाएगा।
सावधानी पूर्वक करें चैलेंज
आंसर-की मैच करने के बाद अगर आपको किसी भी आंसर पर आपत्ति होती है, तो आप उसे चैलेंज कर सकते हैं। चैलेंज करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई निर्धारित की गई है।
आंसर-की मैच करने के बाद अगर आपको किसी भी आंसर पर आपत्ति होती है, तो आप उसे चैलेंज कर सकते हैं। चैलेंज करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई निर्धारित की गई है।
एनटीए कराएगा एग्जाम
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक यूजीसी नेट का अगला एग्जाम इस साल दिसंबर में आयोजित करवाया जाएगा। दिसंबर में पहली बार इसका आयोजन सीबीएसई नहीं बल्कि एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करवाएगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी शेड्यूल के मुताबिक यूजीसी नेट का अगला एग्जाम इस साल दिसंबर में आयोजित करवाया जाएगा। दिसंबर में पहली बार इसका आयोजन सीबीएसई नहीं बल्कि एनटीए यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी करवाएगा।
एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों में होगा क्यूआर कोड राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थान (एनसीईआरटी) ने अपनी पाठ्य पुस्तकों में क्यूआर कोड के इस्तेमाल की प्रक्रिया आरंभ की है। इस कदम से छात्रों को पाठ्य पुस्तक के अध्यायों की अतिरिक्त सामग्री लैपटॉप या डिजिटल बोर्ड पर पढऩे में मदद मिलेगी।
क्विक रिस्पांस (क्यूआर) कोड मशीन से पठनीय काले और सफेद चौकोर से बना विशेष प्रकार का कोड होता है। स्मार्टफोन के कैमरे द्वारा इसमें स्टोर की गई वेब लिंक या अन्य सूचना को पढ़ा जा सकता है। एनसीईआरटी के अधिकारी ने बताया कि इ-सामग्री, नक्शे, पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन, एनिमेशन और विडियो सहित संबंधित सहयोगी पाठ्य सामग्री के पहचान की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं।
कक्षा एक से 12 तक की सभी पाठ्य पुस्तकों की सामग्री को क्यूआर कोड से लिंक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 2019 के शैक्षणिक सत्र से इस कोड को लागू करने की उम्मीद है।