भारत के मेडिकल कॉलेजों में या पोलैंड में प्रवेश दिलाने का आश्वासन मुस्कान ने बताया कि भारत लौटने पर उन्हें सरकारी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि या तो भारत के मेडिकल कॉलेजों में यूक्रेन से लौटे बच्चों केा एडजस्ट कराया जाएगा या पोलैंड में प्रवेश कराया जाएगा।
खारकीव से बॉर्डर की तरफ निकले भोपाल के व्योम भोपाल के व्योम तिवारी गुरूवार रात को खारकीव छोड़कर सीमा की तरफ निकले लेकिन अभी तक वे किस बॉर्डर पर पहुंचे परिजनों को भी नहीं पता। भोपाल में रायसेन रोड पर रहने वाली व्योम की मां डॉ वंदना तिवारी ने बताया कि उनका बेटा एमबीबीएस फस्र्ट इयर में है। भारतीय दूतावास से मिले निर्देशानुसार गुरूवार को वह सुबह खारकीव से लाजिफ की तरफ निकला। व्योम से उनकी गुरूवार को रात में बात हुई थी। उसने बताया कि रात होने पर रास्ते में किसी गांव में रूकना पड़ा था। वहां भी कुछ खाना साथ में लेकर आए थे वह खाया और थोड़ी देर सो गए। उसके बाद फिर बस से निकलना है। लेकिन शुक्रवार को दिन भर से कोई संपर्क नहीं हुआ है। हो सकता है रास्ते में मोबाइल चार्ज नहीं हो पाया हो इसलिए मोबाइल बंद हो गया हो। अभी तक उन्हें यह पता नहीं है कि उनका बेटा किस देश की सीमा पर पहुंच रहा है। लेकिन उसे भारतीय दूतावास से पूरा मार्गदर्शन मिल रहा है उसी अनुरूप वह आगे बढ़ रहा है। संभवत: वह शनिवार को भारत पहुंच जाएगा। डॉ वंदना ने बताया कि बेटे से संपर्क नहीं हो पाने के कारण थोड़ा तनाव तो है लेकिन दूतावास द्वारा किए जा रहे प्रयासों के कारण वे निश्चिंत हैं।