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‘शिव वहीं आएंगे जहां उमा होंगी’ बयान से सियासत गरमाई, उमा भारती की वापसी से कांग्रेस को नुकसान

locationभोपालPublished: Sep 26, 2018 03:25:18 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

मौजूदा समय में उमा भारती उत्तरप्रदेश के झांसी से सांसद हैं और मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं।

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उमा भारती की वापसी से एमपी में कांग्रेस को होगा नुकसान, मंच से कहा था- शिव वहीं आएंगे जहां उमा होंगी

भोपाल. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा लगातार चौथी बार सत्ता में आने का प्रयास कर रही है तो वहीं, कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटी है। मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन किया गया था। 8 साल बाद प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मंच पर दिखीं और फिर से राज्य और देश में भाजपा सरकार बनाने के लिए जनता से अपील की।
आठ साल बाद फिर लौटीं उमा: मध्यप्रदेश की राजनीति में उमा भारती 8 साल बाद फिर से लौंटी हैं। उमा ने कहा कि मैं यहां आने से पहले कन्फ्यूज थी कि मेरे आने से शिवराज सिंह को फायदा होगा या नहीं। लेकिन जब शिवराज सिंह ने कहा, दीदी आपके आने से फायदा होगा तब मैं यहां आई हूं। उन्होंने यह भी साफ किया कि वो यहां शिवराज सिंह चौहान के निमंत्रण पर आई हैं। उमा भारती फिलहाल उत्तरप्रदेश के झांसी से सांसद हैं और मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं।
भाषण में 2013 का ही किया जिक्र: उमा भारती ने कार्यकर्ता महाकुंभ में संबोधन के दौरान, 2003 में भाजपा की जीत का गुणगान किया। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के काम की तारीफ तो की लेकिन यह संदेश भी दिया कि उमा भारती के नेतृत्व में 2003 में हुए चुनावों की तरह भाजपा 2008 और 2013 में जीत नहीं दर्ज कर पाई। उमा ने शिवराज सरकार के काम की तारीफ करने से ज्यादा 2003 से पहले के मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार के नेतृत्व पर हमला किया तो दिग्विजय सिंह के साथ हुई चर्चाओं को शेयर किया। उमा भारती ने तो मंच से राहुल गांधी पर तंज कसते हुए शिवराज सिंह चौहान को भी एक कड़ा संदेश दिया। राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उमा ने कहा, आप कितनी भी कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर लीजिए लेकिन शंकरजी तो वहीं आएंगें जहां उमा भारती होंगी। उमा ने ये भी साफ किया कि उमा तो भाजपा में बैठी हैं तो सरकार भाजपा की ही बनेगी। वहीं, उणा के इस बयान के बाद जानकारों का कहना है कि उमा भारती का यह बयान कहीं ना कहीं शिवराज सिंह के लिए कड़ा संदेश भी है।
उमा के आने से भाजपा को क्या फायदे: राहुल गांधी इन दिनों मंदिरों में जाकर पूजा पाठ कर रहे हैं तो कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक राहुल को शिवभक्त बता रहे हैं। उमा भारती की वापसी से कांग्रेस की धार्मिक छवि को नुकसान पहुंच सकता है क्योंकि उमा भारती एक साध्वी हैं और राम मंदिर के मुद्दे पर भी बेबाकी से अपना पक्ष रख चुकी हैं। उमा की छवि हिन्दुत्व वाली है जिससे कांग्रेस को नुकसान और भाजपा को फायदा हो सकता है। उमा भारती के साथ हिंदू-ओबीसी वोटबैंक के साथ ब्राह्मणों का एक बड़ा वर्ग भी साथ है। उमा भारती अभी झांसी से सांसद हैं और इसके नाते बुंदेलखंड नें उनका प्रभाव आज भी बरकरार है। उमा भारती ने अपने भाषण में खुद कहा था कि मध्यप्रदेश की बेटी आज यूपी के झांसी से सांसद है यह प्रदेश के लिए सम्मान की बात है कि वहां के लोगों ने भी मुझे स्वीकार किया। फिलहाल उमा भारती की मध्यप्रदेश में वापसी को लेकर भाजपा द्वारा कोआ घोषणा नहीं कि गई है।
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