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उमा भारती ने कहा राजनीति में रहूंगी, पर चुनाव नहीं लडू़ंगी

locationभोपालPublished: Feb 14, 2018 07:46:19 am

जहां भी चुनाव प्रचार की अनुमति पार्टी देगी वहां काम करूंगीं

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भोपाल. केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मंगलवार को कहा कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन मंत्री पद के साथ राजनीति में रहेंगी। उन्होंने कहा, मैं भाजपा में रहूंगी, राजनीति करूंगी, जहां भी चुनाव होंगे, वहां इजाजत मिली तो पार्टी के पक्ष में प्रचार करूंगी। झांसी में चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा के बाद भोपाल पहुंची उमा भारती ने सरकारी बंगले पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा, मुझे स्वास्थ्य कारणों से तीन साल की शांति चाहिए, इसलिए खुद के चुनाव लडऩे की जिम्मेदारी से मुक्त हो रही हूं। राज्यसभा में जाने का विचार भी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मिल चुकी हैं। शाह ने २०१९ तक मंत्री बने रहने को कहा है। इसलिए वे यह दायित्व निभाती रहेंगी।

 

व्यापमं में नाम आया तो दुखी हुई
व्यापमं मामले में नाम आने को लेकर उमा भारती ने कहा कि मामला कोर्ट में है और सीबीआई जांच कर रही है, इसलिए अधिक कुछ भी नहीं कह सकती। लेकिन षडयंत्र पूर्वक नाम घसीटे जाने से मुझे अत्यधिक दुख हुआ था। उन्होंने षडयंत्रकारियों के नाम बताने से इंकार किया और कहा कि अभी बोलना जांच को प्रभावित करने जैसा होगा।

मध्य प्रदेश को लेकर लालसा नहीं

उमा ने कहा, मेरे बारे में छपी खबरों से यह संदेश गया है कि मैं मध्यप्रदेश को लेकर लालसा से भरी हूं। सच्चाई यह है कि मध्यप्रदेश ही नहीं, जहां भी चुनाव होंगे, वहां प्रचार करूंगी।

भीख मांगना भी 20 करोड़ का रोजगार : इंद्रेश कुमार
इंदौर .राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने मंगलवार को कहा कि जिन्हें किसी ने रोजगार नहीं दिया, उन्हें धर्म रोजगार देता है। जिस घर में पांच पैसे की भी आमदनी न हो, उस परिवार का सदस्य (दिव्यांग) और धार्मिक स्थलों पर भीख मांगकर परिवार का गुजारा करता है। देश में करीब 20 करोड़ लोग भीख मांगकर गुजारा करते हैं।

इन्द्रेश संस्था प्रेमदीप की संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा इंदौर के धार्मिक स्थलों के बाहर ऐसा एक भी व्यक्ति बैठा नहीं मिलेगा, जो 40 साल से भीख मांग रहा हो। भीख मांगने वाला व्यक्ति जब थोड़ा पैसा कमा लेगा तो शहर छोड़ देगा। दूसरे शहर जाएगा, ठेला लगाएगा और व्यवसाय बढ़ाएगा। इंद्रेश कुमार ने कहा, पकौड़े तलना देश में 15 करोड़ से ज्यादा लोगों का व्यवसाय है। जब आप परिवार के साथ बाजार में पकौड़े खाते हो तो आप खुश होते हो। यदि ऐसे व्यवसाय को हीन समझा गया तो फिर दुनिया में हिंदुस्तान का कुछ नहीं हो सकता।

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