दरअसल विवि द्वारा शुरू किए जाने वाले इस पाठ्यक्रम को केवल आदर्श बहू पर केंद्रित करने पर कुलपति डॉ. डीसी गुप्ता ने आपत्ति दर्ज की है। गुप्ता का कहना है कि इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य युवा पीढ़ी में रिश्तों की समझ पैदा करना है। उनका आत्म विश्वास बढ़ाना और निर्णय लेने की क्षमता पैदा करना है। अगर परिवार के व्यक्तियों में ये गुण हैं तो सारे संबंध बेहतर निभाए जा सकते हैं। यह केवल महिलाओं के लिए नही है। महिलाओं को भी आदर्श भाई, पति, दामाद चाहिए होता है। अच्छा व्यक्ति ही रिश्तों को बेहतर तरीके से परिभाषित करता है। चाहे वह कोई भी हो।
महिला अध्ययन केंद्र ने कहा-जानकारी नहीं
हालांकि कुलपति भले ही पाठ्यक्रम की पैरवी कर रहे हों, लेकिन विवि के विभाग ही इस पाठ्यक्रम को लेकर हाथ खड़े कर रहे हैं। महिला अध्ययन विभाग ने भी इस तरह के कोर्स पर सवाल खड़ा किया है। विभागाध्यक्ष प्रो. आशा शुक्ला का कहना है कि पहले तो उन्हें इस पाठ्यक्रम के संबंध में कोई जानकारी ही नही है। न ही उन्हें एेसा कोई प्रस्ताव मिला है। दूसरी बात उनके यहां महिलाओं के सशक्तिकरण, अच्छे परिवेश और परिवार को लेकर पहले ही पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस तरह के पाठ्यक्रम का कोई औचित्य समझ नहीं आता।
हालांकि कुलपति भले ही पाठ्यक्रम की पैरवी कर रहे हों, लेकिन विवि के विभाग ही इस पाठ्यक्रम को लेकर हाथ खड़े कर रहे हैं। महिला अध्ययन विभाग ने भी इस तरह के कोर्स पर सवाल खड़ा किया है। विभागाध्यक्ष प्रो. आशा शुक्ला का कहना है कि पहले तो उन्हें इस पाठ्यक्रम के संबंध में कोई जानकारी ही नही है। न ही उन्हें एेसा कोई प्रस्ताव मिला है। दूसरी बात उनके यहां महिलाओं के सशक्तिकरण, अच्छे परिवेश और परिवार को लेकर पहले ही पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस तरह के पाठ्यक्रम का कोई औचित्य समझ नहीं आता।
जल्द करेंगे बैठक
पाठ्यक्रम को लेकर जल्द ही विभागाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह पाठ्यक्रम केवल लड़कियों के लिए नही है। इसमें लड़के, लड़कियां, विवाहित, अविवाहित सब प्रवेश ले सकेंगे। इसकी रूप रेखा जल्द ही तैयार की जाएगी।
डॉ. डीसी गुप्ता, कुलपति, बीयू
पाठ्यक्रम को लेकर जल्द ही विभागाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह पाठ्यक्रम केवल लड़कियों के लिए नही है। इसमें लड़के, लड़कियां, विवाहित, अविवाहित सब प्रवेश ले सकेंगे। इसकी रूप रेखा जल्द ही तैयार की जाएगी।
डॉ. डीसी गुप्ता, कुलपति, बीयू