यहां कॉलोनी डेवलप करने वालों ने अंग्रेजी नाम और आकर्षक सुविधाओं के दावों के साथ लोगों को यह प्लॉट खरीदने के लिए उकसाया जा रहा है। ब्रोशर में लिख रहे हैं कि यह कॉलोनियां न्यू मार्केट से 7 से 8 किमी दूरी पर है, लेकिन नगर निगम के भवन अनुज्ञा इंजीनियर से लेकर जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
नए मास्टर प्लान में पर्यावरण सुधार पर जोर
यह स्थिति तब है जब शासन बड़े तालाब कैचमेंट को बचाने के लिए नित नए प्लान सामने ला रहा है। मास्टर प्लान में बड़े तालाब के लिए भोज वेटलैंड रूल्स 2017 को शामिल करने की कवायद की जा रही है। मास्टर प्लान 2031 में तालाब किनारे किए जा रहे प्रस्तावों को पूरी तरह रद्द करके यहां सिर्फ इकोलॉजिकल पर्यावरण की गतिविधियों को ही बढ़ावा देने के प्रस्ताव पर किए जा रहे हैं। इससे पहले भी प्रशासन तालाब के आसपास निर्माण को रोकने अलग से निर्देश आदेश जारी कर चुका है। बड़े तालाब के लिए अहमदाबाद की सेप्ट संस्था से मास्टर प्लान बनवाया था। यह रिपोर्ट भी नए मास्टर प्लान में शामिल की जा रही हैं। यदि निर्माण इसी तरह जारी रहे तो यह सारी कवायद बेमानी साबित हो जाएगी।
यह स्थिति तब है जब शासन बड़े तालाब कैचमेंट को बचाने के लिए नित नए प्लान सामने ला रहा है। मास्टर प्लान में बड़े तालाब के लिए भोज वेटलैंड रूल्स 2017 को शामिल करने की कवायद की जा रही है। मास्टर प्लान 2031 में तालाब किनारे किए जा रहे प्रस्तावों को पूरी तरह रद्द करके यहां सिर्फ इकोलॉजिकल पर्यावरण की गतिविधियों को ही बढ़ावा देने के प्रस्ताव पर किए जा रहे हैं। इससे पहले भी प्रशासन तालाब के आसपास निर्माण को रोकने अलग से निर्देश आदेश जारी कर चुका है। बड़े तालाब के लिए अहमदाबाद की सेप्ट संस्था से मास्टर प्लान बनवाया था। यह रिपोर्ट भी नए मास्टर प्लान में शामिल की जा रही हैं। यदि निर्माण इसी तरह जारी रहे तो यह सारी कवायद बेमानी साबित हो जाएगी।
इनका कहना है बड़ा तालाब कैचमेंट वाले इन क्षेत्रों में कॉलोनी निर्माण को लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम और अन्य स्तरों पर लगातार शिकायत की जा रही हैं, लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा।
राशिद नूर खान, शिकायतकर्ता
मामला जानकारी में आया है। इसे हम संबंधित विभागों के माध्यम से दिखा रहे हैं। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
गुलशन बामरा, प्रशासक- संभागायुक्त
राशिद नूर खान, शिकायतकर्ता
मामला जानकारी में आया है। इसे हम संबंधित विभागों के माध्यम से दिखा रहे हैं। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
गुलशन बामरा, प्रशासक- संभागायुक्त