कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल पर टेक्स कम करने की मांग उठाई। विपक्ष के आरोपों पर सरकार की ओर से वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने जवाब में कहा कि कमलनाथ सरकार के समय पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े। इस पर कांग्रेसी सदस्यों ने तीखा विरोध किया। वे नारेबाजी करते हुए गर्भग्रह तक जा पहुंचे। हंगामा के चलते स्पीकर गिरीश गौतम ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
प्रश्नकाल के दौरान विधायक मेवाराम जाटव ने राज्य सरकार से जानना चाहा कि पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस से सरकार ने वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2021-22 में कितनी आय अर्जित की है। उन्होंने पिछले दो वित्तीय वर्षों की तुलनात्मक जानकारी भी चाही। वित्तमंत्री ने जवाब देने के पहले यह कह दिया कि कमलनाथ सरकार के पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े। इसको लेकर हंगामा शुरू हुआ। सदन में नारेबाजी भी हुई।
तहसीलदार को बेचारी कहने पर मंत्री की आपत्ति – प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक लाखन सिंह यादव ने राधा कृष्ण मंदिर कछौआ का मामला उठाया। उनका कहना था कि मंदिर की आय से पुजारी शराब पार्टी करता है। उन्होंने पुजारी को हटाने की आग्रह किया। इस पर संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने कहा कि इसकी शिकायत आई थी, मामले की दो बार जांच करा ली गई है। जांच निराधार पाई गई है। इस पर विधायक ने कहा कि जिस महिला तहसीलदार के साइन कराए गए हैं, वह बेचारी नई है। इस पर मंत्री ने आपत्ति करते हुए कहा कि महिला बेचारी नहीं होती। इस बीच मंत्री मीना ङ्क्षसह ने कहा कि विधायक ने आदिवासी महिला का अपमान किया है। वे माफी मांगे। इस पर सदन में हंगामा हो गया।