मामला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के 480 युवाओं से जुड़ा है, जिन्हें कोविड 19 काल में सभी जिलों में रखा गया था। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक प्रियंका दास (priyanka das) ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों और सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने को कहा है।
प्रियंका दास के पत्र के मुताबिक इनकी सेवाएं 31 मार्च 2022 तक के लिए ली गई थी, जिसकी अवधि दो दिन में खत्म हो रही है। इनकी सेवाएं खत्म करने के पीछ का कारण बताया गया है कि इनको मानदेय देने का पैसा ही नहीं है। इसलिए इनकी सेवाएं समाप्त की जा रही है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार रोजगार के कई अवसर देने और नए पद सृजित करने के वायदे समय समय पर कर रही है। हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र में भी अगले वित्त वर्ष के बजट में 13 हजार नए पदों को भरने के लिए प्रावधान किया था। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र समेत कई योजनाओ में भी ऐसे प्रावधान किए हैं, जिससे कई युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सके।
78 पदों पर होगी भर्ती
नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में फिजियोथैरेपिस्ट की भर्ती की जा रही है। आवेदन की प्रक्रिया 31 मार्च 2022 तक चलेगी। इससे पहले जिन अस्पतालों में फिजियोथैरेपिस्ट नहीं थे, वहां नर्सों से काम कराया जा रहा था।