प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख मनोज कुमार सपरा ने भोपाल में निर्माणाधीन नवीन वन भवन में वन शहीदों की याद में स्मारक बनाए जाने की घोषणा की। हाल ही में मुरैना जिले में हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 50 से अधिक वन अधिकारी और कर्मचारी वन और वन्य-प्राणियों की रक्षा करते हुए शहीद हो चुके हैं।
कार्यक्रम में शहीद वनकर्मी प्रहलाद जाटव की पत्नी सुमित्रा बाई, वनरक्षक प्रताप सिंह की पत्नी दक्षणा बाई, वन रक्षक यदुनंदन यादव की माता कमला यादव, वनपाल शरण सिंह गौर की पत्नी कृष्णा गौर, वनपाल राकेश शाण्डिल्य की पत्नी सरोज शाण्डिल्य, वन-रक्षक कोमल सिंह ठाकुर की पत्नी रूपरानी ठाकुर आदि को सम्मानित किया गया।
वन बल प्रमुख सपरा, विभिन्न जिलों से आए हुए वनकर्मी और अधिकारी सहित लगभग 90 लोगों ने नव रचना सेवा संस्थान के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान किया। इस अवसर पर वन शहीदों की स्मृति में प्रकाशित स्मारिका का भी विमोचन भी किया गया।
वन विहार में शहीद राम मनोहर वर्मा को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के अवसर पर वन विहार के वनपाल राम मनोहर वर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। 07 मार्च 1983 को उन्हीं के द्वारा पाले गए एक नर नीलगाय ने उन पर हमला कर दिया था, जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई थी। वन विहार में राममनोहर वर्मा की समाधि स्थित है। वन विहार के कर्मचारी उन्हें प्यार से रामू बुलाते थे। वन विहार के अधिकारियों ने समाधि स्थल पर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रीय वन शहीद दिवस के अवसर पर वन विहार के वनपाल राम मनोहर वर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। 07 मार्च 1983 को उन्हीं के द्वारा पाले गए एक नर नीलगाय ने उन पर हमला कर दिया था, जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई थी। वन विहार में राममनोहर वर्मा की समाधि स्थित है। वन विहार के कर्मचारी उन्हें प्यार से रामू बुलाते थे। वन विहार के अधिकारियों ने समाधि स्थल पर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की।