राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, इस चुनाव के पूर्व प्रदेश कांग्रेस में रणनीति के साथ काम करना शुरू किया है। इसमें सभी दिग्गज नेता एक मंच पर आ रहे हैं। एक पखवाड़े में यह तीसरा मौका है जब कमलनाथ ने दिग्गज नेताओं के साथ मंथन किया हो। इस मंथन में यह संदेश का प्रयास भी किया गया कि पार्टी में भले ही अलग-अलग गुट हो, लेकिन सभी एकजुट हैं। एकजुटता का संदेश कार्यकर्ताओं पर जाएगा तो इसका लाभ पार्टी को होगा। चुनावी मैदान में बाजी मारने के लिए यह जरूरी भी है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी लगातार वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर रही हैं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी बैठक हुई। इस बैठक में कमलनाथ भी शामिल हुए थे। कमलनाथ ने दिल्ली बैठक का ब्यौरा दिया। बैठक के दौरान नेता इस बात पर सहमत रहे कि सभी को चुनाव के लिए जुट जाना चाहिए। सरकार से प्रदेश का हर वर्ग नाराज है, लोगों को यह भरोसा दिलाना होगा कि कांग्रेस उनके साथ है। कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए कामों की उपलब्धि भी बताई जाए। इसके लिए मण्डल सेेक्टर स्तर पर नेताओं को सक्रिय किया जाए।