शिवराज ने रतलाम जिले के हाईस्कूल के प्रचार्य को निलंबित करने की आलोचन करते हुए मुख्यमंत्री से ट्वीट कर कहा कि कमलनाथ जी, यदि आपने देश की इस महान विभूति, स्वतंत्रता सेनानी, वीर सावरकर के बारे में पढ़ लिया होता तो आप ऐसा निकृष्टतम कृत्य ना करते। मैं वीर सावरकर जनहितार्थ समिति से आग्रह करता हूं कि एक कॉपी आपको भी भेजें, ताकि आप इस महान विभूति द्वारा राष्ट्र के लिए किये योगदान को जान सकें। कमलनाथ जी, आपको वीर सावरकर से इतनी घृणा है कि आपको उसने पूरी तरह से अंधा बना दिया है। कांग्रेसी सोच के कारण ही आप अपने ही देश की महान विभूतियों का अपमान कर रहे हैं। आपके इस कृत्य से प्रदेश शर्मसार हुआ है।
जयवद्र्धन सिंह ने भी शिवराज को उनके ही अंदाज में जवाब दिया। जयवद्र्धन ने ट्वीट कर कहा कि ना तो “शिव” में हो, ना “राज” में हो, आप तो ‘व्यापमं’ के इतिहास में हो। थोड़ा इंतज़ार कीजिए।
मोदी अपने माता-पिता का जन्म प्रमाण पत्र बता दें : दिग्विजय
एनआरसी को लेकर भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने बड़ा बयान दिया है। प्रदर्शनकारियों के दस्तावेज न देने के मामले में इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी जी अपने माता और पिता का जन्म प्रमाणपत्र बता दें, हम सब दे देंगे। दिग्विजय सिंह ने चुनाव में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम पर एक बार फिर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर वीडियो शेयर कर चुनाव आयोग को ईवीएम की निष्पक्षता के संबंध में चुनौती दी है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, माननीय मुख्य चुनाव आयुक्त इसे देख सकते हैं तकनीक के इस युग में चिप वाली कोई भी मशीन टैंपर प्रूफ नहीं है।