वेयर हाउस में चना और मसूर रखने के निर्देश समर्थन मूल्य के पंजीयन के पूर्व ही हो गए थे। इसके बावजूद वेयर प्रशासन ओर वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन ने समय पर गेहूं रखने के लिए केप के निर्माण की शुरुआत नहीं की। खरीदी शुरू होने के बाद आनन-फानन में राजगढ़ के जालपा रोड स्थित पुराने केपों की मरम्त करवाने के आदेश जारी किए गए हैं। लेकिन काम की धीमी गति से केपों की मरम्मत का काम अभी पूरा भी नहीं हुआ है कि रविवार से वहां गेहूं रखने की शुरुआत भी हो गई। बताया जा रहा है कि वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा जालपा रोड पर बने करीब १६५ केपों में से ८० केप की मरम्मत का काम करवाया जा रहा है। जबकि शेष केप को दुरुस्त मानते हुए उन पर गेहूं का भंडारण शुरू कर दिया गया है। जबकि वास्तविकता यह है जालपा रोड पर पूर्व में बने सभी केप लगभग क्षतिग्रस्त हो चुके है। वही जिन केपो की मरम्मत का काम चल रहा है वह भी गुणवत्ता को लेकर कोई मानीटरिंग नहीं की जा रही है। इसके कारण यह मरम्मत कितने दिन चलेगी इस पर भी संशय बना हुआ है।
इस साल की तरह पिछले साल भी कई सरकारी ओर निजी वेयर हाउस को भावांतर के तहत खरीदे जाने वाले चना, मसूर के भंडारण के लिए अधिकृत किया गया था। लेकिन बाद में प्रशासन के अनुमान से कम खरीदी हुई। ऐेसे में चना, मसूर के लिए अधिकृत कई भंडार गृह खाली पड़े थे। जबकि सुरक्षित भंडार नहीं होने से केप में रखे गेहूं बड़ी मात्रा में खराब हुए थे।