यहां आज भी लोगों को पानी के टैंकर के भरोसे रहना पड़ रहा है। पुराने शहर में कई जगह तो टंकियां बनेे एक साल से अधिक हो गया है, पर इन्हें बगैर कनेक्शन के ही रख छोड़ा गया है। वार्ड 14 स्थित बाग मुफ्ती क्षेत्र में तो वर्ष 2015 में टंकी बनाई गई थी, पर इसे नर्मदा का पानी नसीब नहीं हो सका है। रहवासियों के मुताबिक कई बार नगर निगम अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से इस संबंध में शिकायत की गई है, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। हर बार जल्द नर्मदा के पानी की सौगात मिलने का आश्वासन दे दिया जाता है।
टैंकरों के भरोसे रहवासी
वार्ड 14 के रहवासियों का कहना है कि वर्तमान में नर्मदा पाइप लाइन से शाहजहांनाबाद वाली टंकी में पानी सप्लाई किया जाता है, जिससे यहां कम दबाव में पानी मिलता है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने से पांच हजार से अधिक आबादी को टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। इसी तरह सूखी सेवनिया, लांबाखेड़ा, भानपुर आदि क्षेत्रों में नर्मदा के पानी के लिए टंकियां तो बनाई गई हैं, पर बिजली कनेक्शन नहीं होने एवं अन्य तकनीकी कारणों से इन्हें इन्हें शुरू नहीं किया गया है।
कब दबाव में पानी सप्लाई, पार्षद भी नाराज
संजय नगर, सनराइज कॉलोनी, मौलाना आजाद नगर क्षेत्र में भी कम दबाव में पानी की सप्लाई करने की शिकायत रहवासी कर रहे हैं। वार्ड 22 के गिन्नौरी, कप्तान शादी हॉल के सामने, कमला पार्क क्षेत्र में बमुश्किल आधे घंटे ही पानी सप्लाई किया जा रहा है। कम दबाव में और पर्याप्त पानी नहीं मिलने से कई पार्षद नाराज हैं। स्थानीय पार्षद रइसा मलिक के मुताबिक कम दबाव से पानी की सप्लाई किए जाने से रहवासियों को परेशानी हो रही है।
इसी तरह वार्ड 20 के पार्षद संजीव गुप्ता का आरोप है कि इब्राहिमपुरा क्षेत्र में कम दबाव से पानी की सप्लाई की जा रही है। 15 हजार की आबादी को महज 15 से 20 मिनट पानी मिल रहा है। डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम में आ रही परेशानी की शिकायत महापौर चौपाल में भी की गई है, पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुराने शहर में अमृत योजना के तहत नर्मदा के पानी की सप्लाई केे लिए टंकियां बनाई गई हैं। कुछ स्थानों पर तकनीकी कारणों से इन्हें शुरू नहीं किया गया है। जहां तक कब दबाव में पानी सप्लाई का मामला है तो पाइप लाइन में लीकेज आदि समस्याओं को दूर किया जा रहा है।
हरीश गुप्ता, पीआरओ, नगर निगम