हर महीने वाटर ऑडिट की है जरूरत
सप्लाई लाइन में लीकेज से भारी मात्रा में पेयजल बर्बाद हो जाता है। सीएस स्तर पर हुई दो बैठकों में वाटर ऑडिट पर जोर दिया गया, पर काम नहीं हुआ। यदि लीकेज से पानी की बर्बादी रोकी जाए तो बड़ी आबादी की पानी की जरूरत पूरी हो सकती है।
सप्लाई लाइन में लीकेज से भारी मात्रा में पेयजल बर्बाद हो जाता है। सीएस स्तर पर हुई दो बैठकों में वाटर ऑडिट पर जोर दिया गया, पर काम नहीं हुआ। यदि लीकेज से पानी की बर्बादी रोकी जाए तो बड़ी आबादी की पानी की जरूरत पूरी हो सकती है।
सीप लिंक परियोजना से है उम्मीद
सीप नदी लिंक परियोजना से जुड़ते ही कोलार डैम की जल संग्रहण क्षमता में इजाफा होगा। डैम से जरूरत के मुताबिक पानी लिया जा सकेगा। हालांकि परियोजना को पूरा होने में छह महीने से अधिक समय लगने की बात कही जा रही है।
सीप नदी लिंक परियोजना से जुड़ते ही कोलार डैम की जल संग्रहण क्षमता में इजाफा होगा। डैम से जरूरत के मुताबिक पानी लिया जा सकेगा। हालांकि परियोजना को पूरा होने में छह महीने से अधिक समय लगने की बात कही जा रही है।
500 से ज्यादा नई कॉलोनियों को फायदा
कोलार और केरवा डैम की क्षमता बढ़ाने से सप्लाई नए शहर में शुरू होगी। करोंद की 40 से अधिक, नरेला जोड़ की 20 और होशंगाबाद रोड की 50 कॉलोनियों में सप्लाई सुचारू होगी। नगरीय सीमा के परिसीमन के बाद शामिल हुए 200 गांवों के रहवासियों को पानी मिल सकेगा। रायसेन रोड, भेल की 200 कॉलोनियों तक पानी पहुंचेगा।
कोलार और केरवा डैम की क्षमता बढ़ाने से सप्लाई नए शहर में शुरू होगी। करोंद की 40 से अधिक, नरेला जोड़ की 20 और होशंगाबाद रोड की 50 कॉलोनियों में सप्लाई सुचारू होगी। नगरीय सीमा के परिसीमन के बाद शामिल हुए 200 गांवों के रहवासियों को पानी मिल सकेगा। रायसेन रोड, भेल की 200 कॉलोनियों तक पानी पहुंचेगा।
इन क्षेत्रों में भी करनी है पानी की सप्लाई
कोलार उपनगर के बैरागढ़, चीचली, हिनौतिया आलम और सलैया क्षेत्र की नई कॉलोनियों के रहवासियों को जलापूर्ति के लिए केरवा डैम की जल आरक्षण क्षमता बढ़ाई जाएगी।
नीलबड़-रातीबड़ की नई कॉलोनियों और आसपास के क्षेत्रों के रहवासियों के लिए कोलार डैम में पानी आरक्षित किया जाना है।
कोलार उपनगर के बैरागढ़, चीचली, हिनौतिया आलम और सलैया क्षेत्र की नई कॉलोनियों के रहवासियों को जलापूर्ति के लिए केरवा डैम की जल आरक्षण क्षमता बढ़ाई जाएगी।
नीलबड़-रातीबड़ की नई कॉलोनियों और आसपास के क्षेत्रों के रहवासियों के लिए कोलार डैम में पानी आरक्षित किया जाना है।
जल स्रोत पानी की मात्रा क्षेत्र
बड़ा तालाब 118 मिलियन लीटर ईदगाह हिल्स, बैरागढ़, पुराना शहर, भौंरी, रेलवे, भेल
कोलार डैम 62.32 एमसीएम अशोका गार्डन, होशंगाबाद रोड, कटारा क्षेत्र, जाटखेड़ी
केरवा डैम 06 एमसीएम कोलार क्षेत्र
नर्मदा 185 मिलियन लीटर नई कॉलोनियों में बल्क कनेक्शन
राजधानी में पानी सप्लाई को लेकर वर्ष 2035 तक के लिए प्लानिंग की गई है। वर्ष 2025 तक ही काफी पानी की जरूरत होगी। इसके लिए केरवा और कोलार डैम में पानी आरक्षित किया है। लीकेज बड़ी समस्या है। इसे रोकने के लिए काम किया जा रहा है।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर