क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि यहां गंदा पानी भरने से बच्चों को भी दिक्कत आ रही है। वे कई बाद इसमें फिसलने से घायल हो चुके हैं। हमने अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। कई बार नागरिकों ने भी सामूहिक श्रमदान से गड्ढा भरने की कोशिश की, लेकिन पाइप में लीकेज होने से ये प्रयास असफल रहा।
कई बुजुर्ग बताते हैं कि इस क्षेत्र में जनसमस्याओं की सुनवाई नहीं होती। पहले भी सड़क क्षतिग्रस्त होने की शिकायत की गई, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। कई वर्षों तक हमें परेशानी उठानी पड़ी। जहां तक पानी और गड्ढे की बात है, ये परेशानी भी पुरानी है, पर कोई सुनता नहीं। वे कहते हैं कि सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पानी के रिवास से कितनी बड़ी मात्रा में पेयजल का नुकसान हो रहा है।