यहां पहले से ही पुलिस का भारी बंदोबस्त था। पुलिसकर्मियों ने कार्यालय के मुख्यद्वार का चैनल गेट बंद कर दिया। इसके बाद जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता हेमंत कुमार बाहर आए और पार्षदों व लोगों की बात सुनी।
जानिए क्यों दिए लोक अदालत ने संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर को एनिकटों का समुचित रखरखाव करने के आदेश
पार्षदों का कहना था कि इस क्षेत्र में पानी की परेशानी है, टीचर्स कॉलोनी का उच्च जलाशय पूरा नहीं भर पाता। एेसे में उन्होंने नगर विकास न्यास से यहां सीडब्ल्यूआर बनाने के लिए 60 लाख रुपए की स्कीम मंजूर करवाई। इसका टेण्डर होकर वर्क ऑर्डर भी जारी हो गए, लेकिन जलदाय विभाग ने यहां सीडब्ल्यूआर बनाने की जरूरत नहीं होने की बात कहते हुए तकनीकी स्वीकृति जारी करने से मना कर दिया। यह बर्दाश्त से बाहर है। यदि सात दिन में जलदाय विभाग ने काम की मंजूरी नहीं दी तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। एसई हेमंत कुमार ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।