ऐसे में हुलिया बदलकर आए पुलिसकर्मियों को आरोपी पहचान नहीं सके। पुलिसकर्मी १५ मिनट तक आरोपियों के साथ दांव लगाते रहे। इसी बीच फड़ में शामिल पुलिसकर्मियों का सिग्नल मिलते ही अड्डे के आस-पास पहरा कर रही पुलिस की टीम ने छापामार सभी आरोपियों को दबोच लिया। फड़ बदमाश लल्लू रईस का छोटा भाई निगरानी बदमाश अख्तर और मुन्ना टार्जन का छोटा भाई लाखन चला रहा था। पुलिस ने लाखन को मौके से दबोच लिया, जबकि अख्तर रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। पकड़े गए आरोपियों में कई व्यवसायी और नौकरीपेशा भी शामिल हैं।
गोरखधंधे ने कराया ‘गठजोड़’
लल्लू रईस व उसके भाई अख्तर की मुन्ना टार्जन के छोटे भाई लाखन राजपूत से गहरी दुश्मनी थी। रूपनगर में जुआ-सट्टा और झुग्गियों में कब्जे को लेकर दोनों का विवाद कई सालों से चल रहा था। दुश्मनी इतनी बढ़ी कि पुलिस का मुखबिर बन दोनों एक-दूसरे के गोरखधंधे पर समय-समय पर छापेमारी भी कराई।
हाल ही में अख्तर और लाखन के बीच इस बात पर दोस्ती हो गई कि पुलिस की छापेमारी से उनका कोई फायदा नहीं है। हर तरफ से नुकसान दोनों को ही उठाना पड़ रहा है। ऐसे में दोनों ने एक ही अड्डे पर जुआ-सट्टे का फड़ शुरू किया। हर रोज मुनाफे का बराबर-बराबर हिस्सा बंटने लगा। गोरखधंधा धड़ल्ले से चलता रहे इसके लिए मुनाफे की ३० फीसदी रकम से तीन थानों के खाकीधारियों की जेब गर्म की जाती रही।
…जब टोपी से गिरी नोट की गड्डी
शनिवार सुबह जमानत मिलने के बाद थाने से बाहर आए एक जुआरी ने बताया कि कुर्ता-टोपी पहनकर आए पुलिसकर्मियों ने जब दबिश दी तो किसी ने अड्डे की लाइट बंद कर दी। इस बीच छापेमारी में मौजूद एक पुलिसकर्मी ने जुआरियों की तलाशी में मिली नोट की गड्डी सिर में रखकर उसके ऊपर टोपी रख ली। लेकिन, अफरा-तफरी, धरपकड़ के बीच गड्डी संभल नहीं सकी। कार्रवाई के दौरान ही टोपी से गड्डी नीचे गिर गई। बाद में वह रकम भी बरामदगी में शामिल की गई।