मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश के लोगों को फिलहाल बारिश (weather forecast) का इंतज़ार करना पड़ेगा। मौसम विभाग का मानना है कि मानसून की बरसात थमने का दौर अगस्त माह में ही देखने में आता है, लेकिन जुलाई माह में इस तरह की स्थिति लगातार दूसरे वर्ष बनी है। पिछले वर्ष 13 जुलाई से वर्षा का दौर थम गया था। बुधिवार सुबह तक प्रदेश में इस सीजन की कुल 268.2 मिमी. बरसात हुई है। जो सामान्य बरसात (193.9 मिमी.) से 38 फीसद अधिक है।
बता दें कि प्रदेश में जून के कोटे से 70 फीसद अधिक बरसात हो चुकी है। राजधानी भोपाल में सामान्य बरसात से तीन गुना अधिक बरसात हो चुकी है। मौसम विभागका अनुमान है बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों जगह मानसून निष्क्रिय हो गया है। इसलिए लोगों की झमाझम बारिश के लिए कुछ दिन इंतजार करना पड़ सकता है।
इन जगहों पर भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 24 घंटों में राज्य के कुछ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। इन जिलों में भोपाल, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग शामिल हैं। साथ ही रीवा, शहडोल, जबलपुर, उज्जैन, होशंगाबाद, छतरपुर, गुना और टीकमगढ़, मंडला, रायसेन शामिल हैं।
तापमान की बात करें तो भोपाल (Bhopal) में मौसम का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा और हवाओं कि गति 15 किमी प्रति घंटा तथा आर्द्रता 55 प्रतिशत रही। ठीक इसी प्रकार ग्वालियर (Gwalior) में आज मौसम का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और हवाओं कि गति 18 किमी प्रति घंटा तथा आर्द्रता 51 प्रतिशत रही।