राजधानी भोपाल में 50 दिनों में 108.66 सेमी से ज्यादा बारिश हुई है। भोपाल में 111.45 सेमी बारिश हो चुकी है। सामान्य बारिश 63.34 सेमी से 74 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, मध्यप्रदेश में अब तक 19 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है।
श्योपुर जिले में भारी बारिश के कारण चंबल और पार्वती नदी उफान पर हैं। नादियों में उफान के कारण कई गांवों में पानी भर गया है। लोगों को अपना ठिकाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों में जाना पड़ा है। वहीं, नीमच जिले में भारी बारिश के कारण दीवार भी टबट गई हैं।
भारी बारिश के कारण नर्मदा समेत प्रदेश की कई नादियां उफान पर हैं। जिस कारण से कई जिलों के गांवों में पानी भर गया है। वहीं, बांधों के डौम खोले जाने से स्थिति बिगड़ गई है।
खंडवाः इंदिरा सागर बांध नर्मदा नदी पर बने इंदिरा सागर डैम के चार गेट शुक्रवार को खोल दिए गए हैं। इसके बाद ओंकारेश्वर बांध के गेट भी खोलना पड़े हैं। इस कारण ओंकारेश्वर के घाट पर पानी बढ़ गया है और लोगों के नहाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, वहीं नौकाविहार भी रोक दी गई है।
बरगी बांध, इंदिरा सागर बांध, तवा बांध और ओंकारेश्वर बांध का पानी छोड़ने के बाद नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। इसे देखते हुए प्रशासन ने गुजरात तक नर्मदा किनारे शहरों और गांवों को अलर्ट रहने को कहा है। वहीं नर्मदा के सभी घाट पर नौका विहार और लोगों को नहाने से रोका जा रहा है।