मौसम विभाग का अनुमान है कि वर्तमान में मध्यप्रदेश में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है, लेकिन राजस्थान पर एक प्रतिचक्रवात बना हुआ है। साथ ही अरब सागर से नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश में कहीं-कहीं बौछारें पड़ रही हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, होशंगाबाद संभागों के जिलो में कहीं-कहीं बौछारें पड़ने की संभावना बनी हुई है। अगले 2-3 दिन तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा, लेकिन भारी बारिश नहीं होगी। मानसून अब विदाई की ओर है। अक्टूबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में मानसून विदा हो सकता है। इससे पहले कई जिलों में रिमझिम बारिश का दौर जारी है।