मौसम वैज्ञानिक ए के शुक्ला के मुताबिक उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना है। हवा के ऊपरी भाग में 7.6 किमी की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा बन है। जिससे अब दोबारा से मध्यप्रदेश के इलाकों में मानसून प्रवेश कर रहा। मौसम विभाग ने संभावना जाहिर करते हुए बतया कि एक बार फिर प्रदेश के अधिकांश जिलों में अच्छी बारिश होगी।
आसमान में छाए बादल
प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई अन्य हिस्सों में सुबह से आसमान में बादल छाए हुए है। हवाएं चलने से मौसम राहत दे रही है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र और उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल में बने कम दबाव के कारण चक्रवाती हवाओं का घेरा बना है जिससे ठंडी हवाएं चल रही हैं और बादल छाए हुए हैं। बीते 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश होने का अनुमान है।
तापमान में गिरावट
मौसम विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री, इंदौर का 22.5 डिग्री, ग्वालियर का 25 डिग्री और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 23.4 सेल्सियस दर्ज किया है। वहीं, बीते मंगलवार को राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री, इंदौर का 27.4 डिग्री, ग्वालियर का 34.1 डिग्री और जबलपुर का अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।
किसानों को होगा लाभ
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में इस बार पहले की तुलना में अच्छी बारिश हुई है। इससे किसानों को भी लाभ मिला है। धान की फसल में बारिश के पानी की सख्त जरूरत होती है। कृषि वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार पैदावार बढ़ेगी। साथ सुखागस्त भूभाग में पानी के समस्या से भी निजात मिलेगी।