शहर में एक बार फिर बैंड, बाजा, बारात का नजारा दिखाई देगा और शादी हॉल गुलजार नजर आएंगे। बाजार में शादियों की रस्मों को देखते हुए परंपरागत चीजें सज गई हैं, तो कई नई प्रयोग भी हो रहे हैं। सबसे ज्यादा तेजी कपड़े और गहनों के बाजार में दिखाई दे रही है। साफा, पगड़ी, कटार से लेकर थालियां, कलश,और सूप तक डिजाइन होकर आ रहे हैं।
विवाह के मुहूर्त
नवम्बर 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26, 28, 30 (कुल 9 दिन)
दिसम्बर 5, 6, 7, 11, 12 (कुल 5 दिन)