Q. मध्यप्रदेश के चुनाव में भाजपा को कहां देख रहे हैं?
A. यह हमारा संगठनात्मक रूप से मजबूत राज्य है। हम यहां पर बेहतर करेंगे। बहुमत उसे भी नहीं है और हमें भी नहीं है। वोट प्रतिशत में हम उससे ज्यादा हैं। कांग्रेस की सरकार को चार माह में लोगों ने देख लिया है। ऐसे में लोग सरलता के साथ हमारे साथ आने को तैयार हैं।
A. एक प्रयोग किया गया है। हम लाख कहें कि जातिवाद पर विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन राजनीति में सब कुछ देखना पड़ रहा है। कमलनाथ ने स्वयं के लाभ के लिए छिंदवाड़ा को आदिवासी सीट नहीं बनने दिया, जबकि सबसे ज्यादा आदिवासी हैं वहां पर।
Q. भाजपा ने अपना चुनाव विकास से शुरू किया था, लेकिन बाद में प्रज्ञा ठाकुर को सामने लाकर हिंदुत्व पर ठहर गया?
A. प्रज्ञा ठाकुर एक सत्याग्रह का नाम है। जो कुछ भी हुआ है, क्या वह सही है? क्या भारत में हिंदुत्व गुनाह है? क्या भारत में भगवा गुनाह है? आप नौ साल में कुछ तय नहीं कर पाए और नौ साल तक यातना देते रहे।
क्या किसी को खुश करने के लिए आप किसी को आतंकवादी कहेंगे? यह सत्याग्रह के तौर पर लाई गई हैं कि हिंदुत्व कभी आतंक नहीं हो सकता है। हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता है। सत्याग्रह का सारथी सिंह को बनाया है।
Q. दिग्विजय सिंह का आरोप है कि हिंदू आतंकवाद का शब्द तो आरके सिंह और सत्यपाल सिंह ने दिया था, आपने उनको सांसद और फिर बाद में मंत्री बना दिया?
A. झूठ बोलते हैं दिग्विजय सिंह… सबसे पहले भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद शब्द का उपयोग पी. चिदंबरम ने राज्यसभा में किया था। मैं उस सदन का सदस्य हूं। सुशील कुमार शिंदे और दिग्विजय सिंह ने भी इसका उपयोग किया था।
A. मोदीजी इतने राम मंदिर गए हैं… नाटक करना जरूरी है क्या? क्या वह राहुल गांधी हैं, प्रियंका गांधी हैं, जो उन्हें मंदिर जाकर बताने की जरूरत है? हिंदू मन होता है, उसे दिखाने की जरूरत नहीं होती है। राहुल गांधी मंदिर जाते हैं तो खबर बनती है, हम तो रोज मंदिर जाते हैं।