भोपाल. गुलमोहर के सेवॉय कॉम्प्लेक्स स्थित एसबीआई के एटीएम में क्लोन डिवाइस लगाने के मामले में सामने आया है कि डिवाइस आठ जुलाई को लगाई गई थी। यह डिवाइस नौ जुलाई की शाम को एक प्रोफेसर के हाथ में आई थी। प्रोफेसर ने यह बात अपनी मां को बताई। मां थाने के चक्कर काटने की बात से डर गई और दोनों डिवाइस को एटीएम के समीप फेंककर घर चले गए।
वहीं, साइबर सेल की एक टीम अहमदाबाद पहुंच गई है। अहमदाबाद पुलिस ने स्पेशल विंग बनाई है, जो साइबर सेल की मदद करने कर रही है।
खबर पढ़कर पता चला कि क्लोन डिवाइस थी
सागर रॉयल विलास निवासी 58 वर्षीय जय मूर्ति ने सोमवार को साइबर सेल को दिए बयानों में बताया कि नौ जुलाई की शाम अपने बेटे डॉ. अर्जुन मूर्ति (32) के साथ गुलमोहर गई थीं। साथ में अर्जुन की बेटी थी। अर्जुन एक निजी कॉलेज में प्रोफेसर हैं। अर्जुन ने जैसे ही एटीएम कार्ड को स्वैप किया, वैसे ही क्लोन डिवाइस उनके हाथ में आ गई। वह डिवाइस लेकर एटीएम के बाहर आ गए, समझ नहीं आया इसका क्या करें। प्रोफेसर ने सिक्योरिटी गार्ड को देखा, जब नहीं दिखा तो पास ही स्थित सेंट्रल बैंक के एटीएम पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड के पास गए। उससे एसबीआई के सिक्योरिटी गार्ड के बारे में पूछा, कुछ देर इंतजार किया। फिर क्लोन डिवाइस को मां को देकर थाने में शिकायत करने के लिए कहा, लेकिन साथ में बच्ची होने व थाने के चक्कर लगाने की बात से वे डर गए और डिवाइस को एटीएम के पास फेंककर चले गए। उन्हें क्लोन डिवाइस के बारे में अखबारों में छपी खबर से पता चला।
दो बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज किए जारी
साइबर सेल की एक टीम क्लोन डिवाइस फिट करने वाले जालसाजों के कपड़ों के जरिए उस तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मंगलवार को सायबर सेल पुलिस ने एटीएम में क्लोन डिवाइस लगाने वाले दो ठगों के सीसीटीवी फुटेज जारी किए हैं। जारी हुए फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों तक पहुंचने का दावा कर रही है। पता बताने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। साइबर सेल ने 7049157284, 700005190 और 0755-2779510 नंबर जारी किए हैं।
पीडि़तों को एक सप्ताह में मिल जाएंगे पैसे
भोपाल. भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से जिन ग्राहकों के पैसे धोखाधड़ी करके निकाले गए हैं, उन्हें एक सप्ताह में पैसे लौटा दिए जाएंगे। यह जानकारी बैंक के डीजीएम (अल्टर चैनल) दीपक दुबे एवं डीजीएम नवलकिशोर शर्मा ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि सेवॉय कॉम्पलेक्स स्थित जिस एटीएम से फ्रॉड करके किसी व्यक्ति ने पैसे निकाले हैं, उसकी जांच पुलिस के अलावा विभागीय स्तर पर भी की जा रही है। करीब 20 ग्राहकों के पैसे निकले हैं, राशि चार लाख रुपए के आसपास है। आगे ऐसी धोखाधड़ी नहीं हो, इसके लिए बैंक के कदम के बारे में पूछने पर दुबे ने बताया कि इसके लिए ग्राहकों को भी जागरूक होना पड़ेगा। अपने पिन को झुककर या हाथ रखकर ऑपरेट करना चाहिए।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इस ठगी के मामले में किसी भी पीडि़त की गलती नहीं है। इसलिए बैंक प्रबंधन को जल्द ही रकम लौटाने के लिए पत्र लिखा है।
– शैलेन्द्र सिंह चौहान, एसपी सायबर सेल