भोपाल. प्रदेश के विश्वविद्यालय ऑनलाइन वर्किंग के लिए अपने हिसाब से एजेंसियों से नया कांटे्रक्ट नहीं कर पाएंगे। राजभवन ने इस पर रोक लगा दी है। राजभवन चाहता है कि सभी विश्वविद्यालय एक ही सॉफ्टवेयर पर काम करें। इस पर राजभवन का नियत्रंण रहेगा। विश्वविद्यालयों को अधिकार होगा कि वे अपने यहां की जानकारी अपडेट करते रहें। राज्यपाल लालजी टंडन ने पिछले दिनों कुलपतियों बैठक कर उन्हें सामूहिक तौर पर काम करने की हिदायत दी थी। इसी कड़ी में राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों की बैठक कर कह दिया कि विश्वविद्यालय अब ऑनलाइन वर्किंग के लिए नया कांट्रेक्ट न करें। इसके लिए नया प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। ज्यादातर विश्वविद्यालय शैक्षणिक कैलेंडर का पालन करने में पिछड़े हैं। प्रस्तावित व्यवस्था में विश्वविद्यालयों को इसमें पूरी जानकारी दर्ज करना होगी। एेसे में एक नजर में पता चल जाएगा कि किस विश्वविद्यालय की क्या स्थिति है। सब कुछ ऑनलाइन होने से विश्वविद्यालयों पर भी समय पर काम करने का दबाव रहेगा।