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केंद्रीय मंत्री के यहां आठ साल से ये क्या हो रहा है, ताज्जुब करेंगे आप

locationभोपालPublished: Feb 26, 2019 10:57:21 pm

Submitted by:

anil chaudhary

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के गोद लिए गांव अजनास के नहीं सुधरे हाल

Loksabha election 2019

Due to the Lok Sabha elections, departmental heads will have to give i

खातेगांव (देवास). स्कूल भवन का निर्माण कार्य आठ साल में पूरा नहीं हो पाया। अस्पताल चार साल बाद भी अधूरा है। खेल मैदान के विकास के नाम पर झुग्गी झोपड़ी व दुकानें तोड़ दी गई हैं। गांव में कच्ची सड़कें हैं। नालियों का पानी इन पर बहता रहता है। यह बदहाल तस्वीर देवास के खातेगांव विधानसभा क्षेत्र के अजनास गांव की है। अजनास को चार साल पहले केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गोद लिया था। वे यहां की सांसद भी हैं। सुषमा ने सांची के एक और गांव हरदौट को गोद लिया था, उसका भी ऐसा ही हाल है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सुषमा ने गांव की ओर ध्यान नहीं दिया। ऐसा भी नहीं है कि विकास बिल्कुल नहीं हुआ। जो काम हुए उनसे समस्याएं और बढ़ गईं। गंदगी पसरी हुई है। नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है। यात्री प्रतीक्षालय दो साल पहले तोड़ दिया गया। इस कारण यात्रियों को परेशानी होती है। ग्रामवासियों का कहना है कि सरकार स्वच्छ भारत अभियान का नारा तो दे रही है, लेकिन इसकी वास्तविकता अजनास में देखी जा सकती है।
– 800 बच्चे, बैठने की जगह नहीं
अजनास में प्राथमिक से लेकर हायरसेकंडरी स्कूल तक की पढ़ाई के लिए 800 से अधिक बच्चों ने दाखिला लिया है, लेकिन इनके बैठने के लिए जगह कम पड़ रही है। आठ साल से विद्यालय भवन का निर्माण चल रहा है, लेकिन यह अभी तक भवन स्कूल शिक्षा विभाग को नहीं मिला है। बच्चे सीलन भरे कमरों में बैठते हैं। विद्यालय के दो शौचालय गंदगी से अटे हैं। दो साल पहले कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने यहां की स्कूल की समस्याओं को लेकर आंदोलन किया था। अब वे लोक निर्माण मंत्री हैं, फिर भी हालात नहीं बदले।
– दो कमरे का अस्पताल
शिक्षा की तरह स्वास्थ्य सेवाओं का भी हाल है। दो कमरे के अस्पताल में एक स्टोर रूम बन गया है और दूसरे में बड़ी मुश्किल से मरीजों को बैठने की जगह मिल पाती है। डॉक्टर आते हैं, पर यहां की अव्यवस्थाओं से वे भी खिन्न हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण को मंजूरी विदेश मंत्री के गोद लिए जाने के कुछ महीने बाद ही मिल गई थी। चार साल से इसका निर्माण ही चल रहा है। पशु औषधालय स्वीकृत हुआ, लेकिन भवन का निर्माण ही नहीं हुआ।
– दीदी पार्क बदहाल
अजनास में सड़क के किनारे एक छोटा सा पार्क बनाया गया है। इसकी देख-रेख नहीं होने के कारण बदहाल है। चारों तरफ फैली गंदगी से लोग इससे बचते रहते हैं। गांव में खेल मैदान की कमी है, इससे बच्चे जगह के लिए या तो आपस में झगड़ते हैं या फिर भटकते हैं।
– हालात बदले हैं : विधायक
भाजपा विधायक आशीष शर्मा का दावा है कि बाकी गांवों की तुलना में अजनास काफी बेहतर है। निर्माण कार्यों के लिए राशि आवंटित हो चुकी है, लेकिन जगह की समस्या है। अस्पताल भवन का काम भी चल रहा है। स्वच्छता के प्रयास भी कर रहे हैं, लेकिन इसमें लोगों की जागरुकता जरूरी है।

रोजगार के लिए अगरबत्ती का प्रशिक्षण मिला है। एकत्रित होकर सामुदायिक भवन में अगरबत्ती बनाते हैं। दिनभर की मेहनत के बाद भी 90 रुपए ही मिलते हैं। इस गांव को गोद लिए जाने के बाद कोई बेहतरी नहीं आई है।
– सुमंत्रा हरियाले
मार्केट में गरीबों की झुग्गी-झोपड़ी भी तुड़वा दी। वहां ग्राउंड बनवा दिया। हम गरीब लोग तो ऐसे ही भटक रहे हैं। मेरा तो मकान भी नहीं है, ये मशीन रखवा दी है, लेकिन कोई फायदा नहीं है।
– सावित्री हरियाले
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