– प्रदेश कांग्रेस कार्यालय : नीचे अटकलें, ऊपर चलता रहा मंथन
परिसर में आम दिनों की तरह चहल-पहल नहीं दिखी। ऐसा लगा जैसे मतदान के बाद कार्यकर्ता थकान मिटा रहे हों। अधिकतर पदाधिकारियों के चैंबर बंद रहे। मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा, मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर के इंदौर में होने की सूचना मिली। बताया गया कि ये इंदौर के मतदाता हैं, इसलिए भोपाल नहीं लौटे।
पदाधिकारियों के चैंबर में अन्य प्रवक्ता व कार्यकर्ता एक्जिट पोल पर चर्चा करते मिले। दूसरी मंजिल पर लगभग सन्नाटा दिखा। कार्यालय के सबसे ताकतवर तीसरे माले पर गहमागहमी दिखी। मुख्यमंत्री कमलनाथ के एंटी चैंबर पर दीपक बावरिया चुनिंदा पदाधिकारियों के साथ मंथन कर रहे थे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी यहां मौजूद थे। पार्टी उपाध्यक्ष राजीव सिंह मंगलवार को होने वाली बैठक की तैयारियों में व्यस्त रहे। प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी, जेपी धनोपिया भी सक्रिय दिखे।
प्रदेश भाजपा कार्यालय : गहमागहमी नहीं दिखी
परिसर में दिनभर सन्नाटा छाया रहा। कार्यालय के भीतर एग्जिट पोल और सीटों के गुणाभाग को लेकर मंथन चलता रहा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को इंदौर दौरे पर रहे, लेकिन उन्होंने रवाना होने से पहले प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों से फोन पर फीडबैक लिया।
उधर, नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव राजधानी में रहे, लेकिन प्रदेश कार्यालय नहीं पहुंचे। संगठन के कुछ पदाधिकारी भार्गव के बंगले पर पहुंचे, जहां एग्जिट पोल और राज्यपाल को चिट्ठी लिखने के मसले पर उनकी चर्चा हुई। प्रदेश भाजपा कार्यालय में कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह, राजेंद्र सिंह, मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर, प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल के साथ ही अन्य प्रवक्ता और मीडिया पैनलिस्ट मौजूद रहे। प्रदेश कार्यालय के कमरों में नेता एग्जिट पोल और चुनाव परिणाम का आकलन करते रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष विजेश लुनावत भी कुछ देर के लिए प्रदेश कार्यालय पहुंचे। मीडिया प्रभारी पाराशर के कक्ष में पत्रकारों का जमघट लगा रहा।