इस पर मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि भाई, मैंने ऐसा कौन सा पाप कर दिया जो आप मुझसे नाराज हैं। मैंने आप लोगों से एक बार पहले माफी मांग ली, मैं एक बार फिर माफी मांगता हूं। उन्होने कहा कि इसके बाद भी यदि कर्मचारियों में कोई नाराजगी है तो क्षमा करें आप बड़े हैं, क्षमा कर दीजिए।
उन्होंने कहा कि मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि नाराजगी दूर करिए और एक नई शुरुआत कीजिए। मैं आपका प्रतिनिधि चुनकर जा रहा हूं। मुख्यमंत्री होना एक बात है और प्रतिनिधि होना दूसरी बात है। यदि मैं आपका प्रतिनिधि चुन कर जाऊंगा तो आपकी बात करूंगा या मुख्यमंत्री की। उन्होंने कहा कि घुटना तो पेट की तरफ ही मुड़ता है इसलिए मैं आपकी बात करूंगा।
मामा जी के नानाजी मुख्यमंत्री तो काहे का डर कुछ कर्मचारी नेता दिग्विजय से दूर खड़े थे, इसी बीच दिग्विजय को किसी ने कहा कि आचार संहिता के कारण वह दूर खड़े हैं। इस पर दिग्विजय ने कहा कि आचार संहिता हैं, लेकिन एक बात बताओ आप मेरे मतदाता भाई हो कि नही। फिर उन्होंने कहा कि मामाजी के नानाजी मुख्यमंत्री तो काहे का डर। उन्होंने कहा कि मैं तो 23 तारीख को आपके मतदान से जीत रहा हूं उसके बाद आप की पैरवी करूंगा।