भोपाल. राजधानी के पुराने शहर की बेतरतीब बसाहट से अब लोगों को परेशानी हो रही है। यह बसाहट चौक बाजार के साथ ही पीरगेट, इमामी गेट तक के क्षेत्रों के रहवासियों सहित यहां से आवागमन करने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। पीरगेट और लक्ष्मी टॉकीज की ओर जाने वाली सडक़ें सुबह तो 80 फीट चौड़ी दिखती हैं, लेकिन दोपहर होते ही यह सडक़ें सिकुडऩे लगती हैं। शाम तक यह सडक़ें मात्र 30 फीट की रह जाती हैं।
दुकानदारों के सडक़ तक सामान फैलाने से वाहनों को सडक़ पर पार्क करना पड़ता है। क्षेत्र में जुमेराती, चौकी इमामबाड़ा, सिंधी मार्केट, नूर महल रोड में मार्केट के साथ रहवासी क्षेत्र भी है। राजधानी का यह क्षेत्र पूरी तरह व्यावसायिक है। यहां रोजाना करीब 50 करोड़ रुपए का व्यापार होता है।
बाहर से आते हैंं व्यापारी
भोपाल टॉकीज चौराहे से अंदर ऊपर की ओर जाते ही दो रास्ते मिलते हैं, जिसमें एक पीरगेट और दूसरा लक्ष्मी टॉकीज की ओर जाता है। इस सडक़ के दोनों ओर बड़ी संख्या में होलसेल और रिटेल की दुकानें हैं। इस कारण यहां रोजाना 10 हजार से अधिक लोग खरीदारी करने आते हैं। यहां विदिशा, राजगढ़, गुना, ब्यावरा सहित अन्य शहरों, कस्बों से बड़ी संख्या में व्यापारी खरीदारी करने आते हैं।
प्रशासन ने नहीं किए प्रयास
इस क्षेत्र की बाजार 60 साल पुरानी हैं। उस समय आबादी के हिसाब से बाजार में पर्याप्त जगह थी। इस समय एक हजार से ज्यादा दुकानदार हैं। चौक बाजार के कारण यह क्षेत्र का सबसे बड़ा व्यावसायिक केंद्र है। निगम प्रशासन की अनदेखी से यहां अतिक्रमण बढ़ने से निकलना भी मुश्किल हो रहा है।
पीरगेट और लक्ष्मी टॉकीज की ओर जाने वाली सडक़ें सुबह तो 80 फीट चौड़ी दिखती हैं, लेकिन दोपहर होते ही यह सडक़ें सिकुडऩे लगती हैं। शाम तक यह सडक़ें मात्र 30 फीट की रह जाती हैं।
दुकानदारों के सडक़ तक सामान फैलाने से वाहनों को सडक़ पर पार्क करना पड़ता है। क्षेत्र में जुमेराती, चौकी इमामबाड़ा, सिंधी मार्केट, नूर महल रोड में मार्केट के साथ रहवासी क्षेत्र भी है।