प्रदेश के अनाज बाजार में सप्ताह भर पहले तक नजर आ रही गेहूं में तेजी अब काफूर हो चुकी है। व्यापारियों के अनुसार गेहूं में लेवाली अटक गई है। गेहूं खरीदी के सौदे रूक गए हैं। दूसरी ओर व्यापारियों ने भी बीते दिनों की तेजी-मंदी से परेशान होकर खरीदी रोक दी है। प्रदेशभर में यही हाल हैं।
मध्यप्रदेश में इंदौर गेहूं की प्रमुख मंडी है. यहां मिल क्वालिटी के गेहूं के दाम 2050 से 2100 रुपए हो चुके हैं. इसके अलावा जहां मालवराज गेहूं 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से बिका वहीं पूर्णा क्वालिटी 2300 से 2350 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा है। व्यापारियों ने बताया कि एकाएक 150 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। व्यापारियों की मानें तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण में मु्फ्त राशन वितरण की अवधि बढ़ाने और मध्यप्रदेश में फिर से सरकारी टेंडर और पुराने गेहूं की बिक्री की खबरों के कारण गेहूं के दाम गिरे हैं। माना जा रहा है कि बड़ी कंपनियों को गेहूं की आपूर्ति सरकारी टेंडर के पुराने गेहूं से ही हो जाएगी। ऐसे में आगे और भी मंदी की आशंका है. यह देखकर व्यापारियों ने भी रुककर खरीदी करने का मन बना लिया है।