लॉक खोलने ग्राहक को पंजीकृत मोबाइल नंबर डालना होता है। मोबाइल पर लॉक खोलने आए वन टाइम पासवर्ड को साइकिल की स्क्रीन पर डालते ही लॉक खुल जाता है। इसके साथ ही समय भी शुरू हो जाता है। जब तक साइकिल को स्टैंड पर जाकर लॉक नहीं करता, समय चलता रहता है।
सुरक्षा इंतजाम नहीं
शहर के 55 स्टैंड में से 20 ऐसे हैं, जहां सप्ताह में एक-दो बार साइकिल उठती हैं। बच्चे इन्हें नुकसान पहुंचाते हैंं। 140 साइकिलों की लाइट्स और इंडीकेटर तोड़ दिए हैं। लॉकिंग सिस्टम खराबी की वजह भी यही बताई जा रही है।
राहुल विजयवर्गीय सोमवार को दस नंबर मार्केट स्टैंड से साइकिल लेने पहुंचे, लेकिन लॉक नहीं खुला। एमपी नगर निवासी मनोज पांडेय का कहना है कि वे भी लॉकिंग सिस्टम की गड़बड़ से परेशान हैं।