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कान्हासैया के रहवासियों को पता नहीं, हम कहां रहते हैं?

locationभोपालPublished: Jun 14, 2018 08:56:44 am

Submitted by:

Bharat pandey

बंजारा मोहल्ले के लोग नहीं जानते उनका क्षेत्र ग्राम पंचायत में आता है या नगर निगम में

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Stopped the way

भोपाल। जिला पंचायत अंतर्गत ग्राम कान्हासैया चार नबंर बंजारा मोहल्ला के रहवासियों को आज भी पता नहीं है कि उनका क्षेत्र ग्राम पंचायत में आता है, या नगर निगम में। यह खुलासा पूर्व जिला पंचायत सदस्य विष्णु विश्वकर्मा के समक्ष बुधवार को हुआ, जब वे रहवासियों की समस्याएं सुनने गांव पहुंचे।

रहवासियों ने बताया कि हमें सही तरीके से बताया ही नहीं जाता कि हम नगर निगम में आते है या ग्राम पंचायत में। इस गफलत से पानी, बिजली, कनेक्शन, सडक़ पेंशन सहित अन्य मूलभूल सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बंजारा मोहल्ला की आबादी करीब 1100 और मतदाता 500 है।

ग्रामीण बोले, हमें नहीं मिल पा रहा योजनाओं का लाभ
ग्रामीणों ने जिला पंचायत विश्वकर्मा को बताया कि हमें ना तो नगर निगम से और न तो पंचायत से कोई योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है। इस संबंध में हल्का पटवारी से जानकारी ली, तो ज्ञात हुआ कि इनके जो पट्टे दिए गए थे, वे ग्राम पंचायत कान्हा सैया में आते है।

उन्होंने कहा कि इस बात से निर्वाचन आयोग को अवगत कराया जाएगा और सभी को सामूहिक रूप से गोविंदपुरा से हुजूर में स्थायी वोटर कार्ड बनाया जाएगा ताकि रहवासियों की समस्या का समाधान हो सके। इस मौके पर कांग्रेसीनेता मनीष यादव, पार्षद डाली यादव, भीम सिंह बंजारा, खुमान सिंह, शंकर सिसोदिया, सलीम भाई, गोपाल सिसोदिया सहित अन्य रहवासी उपस्थित थे।

 

मौके का मुआयना कर तहसील में फाइल लगाना भूल गए पटवारी

दुबड़ी गांव में दबंग भतीजों ने अपने ही चाचा का रास्ता बंद कर दिया है। दुबड़ी निवासी बचनसिंह पटेल के घर के सामने वाले रास्ते पर उनके भतीजों ने १९ अप्रैल को मिट्टी डाल बंद कर दिया है। इससे उनका घर से निकलना बंद हो गया। बचनसिंह सभी जगह इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन दो माह बाद भी कोई समाधान नहीं निकल रहा है।

 

ग्रामीणों का कहना है कि तहसील में दो माह से ममाले की सुनवाई के लिए तारीख दी जा रही है। पहले सुनवाई के लिए 25 मई की तारीख दी गई थी, लेकिन 19 मई को मौका मुआयना करने बाद के बाद पटवारी घनश्याम मैथिल पंचनामा रिपोर्ट तहसील में लगाना ही भूल गए। इससे 25 मई को सुनवाई नहीं हो सकी।

अगली सुनवाई 30 मई को होनी थी, लेकिन इस दिन भी किसान आंदोलन की तैयारी के चलते सुनवाई 11 जून को तय गई। इस दिन भी तहसीलदार तहसील में नहीं थे। बचन सिंह ने आरोप लगाया है कि पटवारी घनश्याम मैथिल दबंगों से मिले हैं। इस वजह से बार-बार तारीख आगे बढ़ा कर परेशान किया जा रहा है ।

इससे पहले भी दुबड़ी गांव में ही दबंग संतोष नागर द्वारा मंदिर की जमीन पर किये गए कब्जे पर पटवारी घनश्याम मैथिल द्वारा ग्रामीणों से जेसीबी की व्यवस्था करने का फरमान सुना दिया था। इस मामले में भी बचन सिंह की जमीन पर दबंग संतोष नागर और उनके चचेरे भाई मदन और सुरेन्द्र ने कब्जा कर लिया है और उनका रास्ता बंद कर दिया है।

इस सबमें पटवारी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं दबंग द्वारा स्टे लगने के बाद भी निर्माण किया जा रहा है। जब इस संबंध में पटवारी से बात की गई तो उन्होंने प्रेस का सुनकर फोन काट दिया। फिर दोबारा फोन नहीं उठाया।

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