हाईकोर्ट ने दिया बड़ा झटका
पिछड़ा जाति को आरक्षण देने के मामले में मध्यप्रदेश के हाईकोर्ट ने कमलनाथ सरकार को बड़ा झटका दिया। सरकार ने 27 फीसदी आरक्षण पर कोर्ट ने रोक लगा दी। कोर्ट ने कहा- कि शिक्षण संस्थानों में 50 फीसदी से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि प्रदेश में 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण नहीं होना चाहिए। सरकार के इस फैसले पर हाइकोर्ट ने रोक लगा दी है।
जाति | आबादी |
सवर्ण | 15 फीसदी |
ओबीसी | 37 फीसदी |
एससी | 16 फीसदी |
एसटी | 23 फीसदी |
अन्य | 9 फीसदी |
क्षेत्र | सवर्ण | ओबीसी | एससी | एसटी | अन्य |
मालवा-निमाड़ | 11 फीसदी | 12 फीसदी | 20 फीसदी | 38 फीसदी | 19 फीसदी |
मध्य | 24 फीसदी | 17 फीसदी | 19 फीसदी | 15 फीसदी | 25 फीसदी |
महाकौशल | 22 फीसदी | 18 फीसदी | 09 फीसदी | 31 फीसदी | 20 फीसदी |
विंध्य | 29 फीसदी | 14 फीसदी | 12 फीसदी | 21 फीसदी | 24 फीसदी |
बुंदेलखंड | 18 फीसदी | 26 फीसदी | 20 फीसदी | 12 फीसदी | 24 फीसदी |
ग्वालियर-चंबल | 28 फीसदी | 32 फीसदी | 21 फीसदी | 8 फीसदी | 11 फीसदी |
लोधी नेताओं में भाजपा के प्रह्लाद पटेल और उमा भारती शामिल हैं। कांग्रेस नेता रामनिवास रावत और भाजपा सरकार के मंत्री सूर्य प्रकाश मीणा प्रदेश के प्रमुख मीणा नेता हैं। पाटीदार नेताओं में भाजपा विधायक मुरधीर पाटीदार और बालकृष्ण पाटीदार हैं। कांग्रेस के इंद्रजीत पटेल, कमलेश्वर पटेल और राजमणि पटेल पटेल आबादी के बड़े नेता हैं, वहीं, सतना से सांसद सांसद गणेश सिंह भाजपा के प्रमुख पटेल नेता हैं। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद किरार समुदाय से आते हैं और उनके नाम मध्यप्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी है। भाजपा विधायक नारायण सिंह कुशवाहा काछी समुदाय के बड़े नेता हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा और कमल पटेल के और सांसद उदय प्रताप सिंह यहां के प्रमुख जाट नेता हैं। मीणा पश्चिमी मध्य प्रदेश में हैं और होशंगाबाद, भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, धार, खंडवा, खरगोन जिलों में इनका असर है। मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और आगर में पाटीदारों का प्रभाव है। प्रदेश में जाट आबादी मुख्य रूप से धार, होशंगाबाद, हरदा और नरसिंहपुर में है। मध्यप्रदेश के विंध्य अंचल में ब्राह्मण वोटरों का भी दबदबा है।
क्षेत्र | लोकसभा की संख्या | लोकसभा सीटों के नाम |
मालवा-निमाड़ | 08 | उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन, खंडवा, देवास |
मध्य | 03 | भोपाल, विदिशा, राजगढ़ |
महाकौशल | 06 | जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, बैतूल |
विंध्य | 04 | रीवा, सतना, सीधी, शहडोल |
बुंदेलखंड | 04 | सागर, दमोह, टीकमगढ़, खजुराहो |
ग्वालियर-चंबल | 04 | मुरैना, भिंड, गुना-शिवपुरी, ग्वालियर |