उन्होंने बताया कि जिनका प्रदर्शन अच्छा नहीं है। उन्हें एक मौका और दिया जा रहा है। मप्र में कुल करीब एक हजार आरओ व एआरओ की जरूरत है। बाकी अफसरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद उनकी भी परीक्षाएं ली जाएगी।
वीएल कांताराव ने बताया कि मप्र में रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग अफसरों की पिछले महीने कराई गई परीक्षा में सिर्फ 42 फीसदी अफसर ही पास हो पाए हैं।
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने विधानसभा आम चुनाव में ड्यूटी करने वाले रिटर्निंग अफसर (आरओ) व सहायक रिटर्निंग अफसरों (एआरओ) की परीक्षाएं ली थी। इस परीक्षा के जरिए उनका चुनाव से जुड़ी जानकारियां और आईक्यू का आंकलन करना था। इस परीक्षा में आईएएस, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर स्तर के अफसरों को शामिल किया गया था। परीक्षा में कुल 561 अफसरों ने भाग लिया था। इसमें महज 238 अफसर ही पास हो पाए। यह कुल 42 फीसदी ही होते हैं। बाकी 58 फीसदी अफसर फेल हो गए।
वीएल कांताराव ने बताया कि मप्र में रिटर्निंग व सहायक रिटर्निंग अफसरों की पिछले महीने कराई गई परीक्षा में सिर्फ 42 फीसदी अफसर ही पास हो पाए हैं।
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने विधानसभा आम चुनाव में ड्यूटी करने वाले रिटर्निंग अफसर (आरओ) व सहायक रिटर्निंग अफसरों (एआरओ) की परीक्षाएं ली थी। इस परीक्षा के जरिए उनका चुनाव से जुड़ी जानकारियां और आईक्यू का आंकलन करना था। इस परीक्षा में आईएएस, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर स्तर के अफसरों को शामिल किया गया था। परीक्षा में कुल 561 अफसरों ने भाग लिया था। इसमें महज 238 अफसर ही पास हो पाए। यह कुल 42 फीसदी ही होते हैं। बाकी 58 फीसदी अफसर फेल हो गए।