इस हाईवे के द्वारा एमपी और यूपी की राजधानियों को जोड़ने के लिए 6 सौ किलोमीटर का सीधा हाईवे बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, यह सफर केवल सात घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अभी तक कानपुर से भोपाल जाने के लिए लोगों को झांसी से होकर जाना पड़ता है. इस रास्ते में दस घंटे से ज्यादा का सफर करना पड़ता है। प्रस्तावित हाईवे का रास्ता लखनऊ से कानपुर व कानपुर से कबरई के जरिए पूरा किया जा सकेगा। एनएचएआई छतरपुर ने महोबा से सागर और सागर से भोपाल के बीच के एलाइनमेन्ट को फाइनल भी कर दिया है।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार कबरई से भोपाल के बीच जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चालू की गई है। कानपुर के हाईवे को कबरई में बाईपास के सहारे जोड़ा जाएगा। सभी सेक्टर के निर्माण के लिए इसी महीने टेंडर कर दिया जाएगा। इसका निर्माण तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ऐसे मिलेगी दो राजधानियों के बीच कनेक्टिविटी.
– लखनऊ से कानपुर फोरलेन हाईवे और एक्सप्रेसवे से रास्ता मिलेगा।
– नौबस्ता कानपुर से कबरई हाईवे 124 किलोमीटर का जिसमें कबरई में ही बाईपास बनाया जाएगा. वाहनों को कस्बे से बाहर का रास्ता मिलेगा
– कबरई से सागर 245 किलोमीटर लंबाई का नया फोरलेन
– सागर से भोपाल के लिए 150 किलोमीटर का फोरलेन हाईवे।
– कबरई से सागर 5 सेक्टर में तो सागर से भोपाल तक 3 सेक्टर में फोरलेन हाईवे। यहां से वाहन एनएच.34 के रूप में ही फर्राटा भर सकेंगे।
– रमईपुर से कबरई तक ग्रीन फील्ड नया हाईवे बनेगा