डीजे इससे पहले बेबी और जूनियर्स कैटेगरी में भी अवार्ड जीत चुका है। इस कॉम्पीटशन के लिए उसे पिछले करीब एक साल से थाइलैंड में ही ट्रेनिंग दी जा रही थी। हर माह इसकी ट्रेनिंग पर पचास हजार से ज्यादा खर्च आता है।
पेट डीजे के ऑनर विष्णुदत्त त्रिपाठी के अनुसार इंटरनेशनल डॉग शो में पचास से ज्यादा देशों के 3500 डॉग्स ने अलग-अलग कैटेगरी में हिस्सा लिया था। इस कॉम्पीटिशन की ज्यूरी भी इंटरनेशनल लेवल की होती है। कई देशों की ज्यूरी मिलकर विजेता पेट्स का चुनाव करती है।
ये कॉम्पीटिशन 5 से 8 जुलाई तक बैंकॉक के इंपैक्ट एग्जीबिशन सेंटर में आयोजित किया गया था। इस शो में एंट्री के लिए पेट्स ऑनर को 24 हजार रुपए एंट्री फीस देना होता है। इस शो में कोई नगद पुरस्कार नहीं मिलता है। इस शो के लिए हुई थाइलैंड की ट्रेनिंग के दौरान उसे प्रतिदिन उसे स्पेशनल टै्रनर्स ने कॉम्पीटिशन के राउंड के हिसाब से ट्रैंड किया।
अब ये वापस भोपाल आ चुका है। अब डीजे कोढ़ाई कैनाल, मद्रास, अहमदाबाद, दिल्ली और लुधियाना में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेगा। इससे पहले वह चीन, जापान और मलेशिया में हुए शो भी जीत चुका है।
इन कैटेगरी में बना विजेता विष्णु के अनुसार उन्होंने डॉबरमैन पिंचर नस्ल का ये डॉग मलेशिया से इंपोर्ट किया था। इसकी ट्रेनिंग पर वे इससे पहले करीब चार लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। अभी इसकी उम्र करीब 24 माह है। ये प्रतियोगिता फेडरेशन कैनाइन ऑफ इंटरनेशनल द्वारा हर साल आयोजित की जाती है। इसमें नॉक आउट राउंड में क्लास सीसी फाइट, बीओबी(बेस्ट ऑफ ब्रीड), केसीव, ग्रुप फाइट और लाइन अप में मुकाबला होता है।