भोपाल

एक साल बाद भी केबल स्टे ब्रिज के नीचे का मलबा हटा नहीं, ठेकेदार को जारी कर दी 10 लाख रुपए की राशि

बड़ा तालाब पर कमला पार्क की और केबल स्टेब्रिज निर्माण के दौरान इसके नीचे तालाब में जमी गाद एक साल बाद भी नहीं हट पाई है।

भोपालApr 30, 2018 / 11:31 am

देवेंद्र शर्मा

nagar nigam

भोपाल, बड़ा तालाब पर कमला पार्क की और केबल स्टेब्रिज निर्माण के दौरान इसके नीचे तालाब में जमी गाद एक साल बाद भी नहीं हट पाई है। निगम प्रशासन ने गाद हटाने ठेकेदार कंपनी एमपी सिंहला के पूरे ९० लाख रुपए रोक दिए थे, लेकिन एक साल के दौरान बिना गाद निकाले इस कंपनी को राशि का भुगतान हो गया है।
इसमें झील प्रकोष्ठ से जुड़े अफसरों से लेकर निगम की अकाउंट शाखा तक के अफसर शामिल है। गाद नहीं निकाले जाने की वजह से ब्रिज के नीचे तालाब का हिस्सा उथला हो गया है। उथलेपन की वजह से आसपास पानी है, लेकिन हां नहीं है। यहां तालाब किनारे पहले से ही एक बड़ा निर्माण है और तालब की गाद से उथले हिस्से पर अब कब्जा करने की कोशिश है।
गौरतलब है कि केबल स्टेब्रिज निर्माण के अंतिम चरण में ही ये बात उठी थी कि कहीं ब्रिज के नीचे का तालाब क हिस्सा गाद से खत्म न हो जाए। उस समय दिखावे के लिए कुछ डंपर गाद निकाली गई थी, लेकिन मामला शांत होते ही काम बंद कर दिया गया, जो अब तक बंद है। भदभदा की और बड़ा तालाब गहरीकरण के लिए की जा रही कोशिशों के बीच कमलापार्क के पास तालाब में जमी गाद पूरे सिस्टम का मुंह चिढ़ा रही है।
ब्रिज से गुजरते हुए दोनों और पानी का अहसास कराना था

केबल स्टेब्रिज की प्लानिंग में स्पष्ट किया था कि जब भी कोई इसपर से गुजरेगा, उसे दोनों ओर तालाब की लहरे दिखेगी। उसे बीच तालाब में चलने क अहसास मिलेगा। ब्रिज शुरू हुए एक साल से अधिक समय होने को है और नीचे देखने पर सिर्फ ये गाद ही दिखती है।
इनका कहना
तालाब का गहरीकरण चल रहा है और इसमें ब्रिज के नीचे की गाद भी हम दिखवा लेंगे। तालाब को चारों और से गहरा करने का हमारा संकल्प है।

– संतोष गुप्ता, प्रभारी, झील प्रकोष्ठ
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