पुलिस ने हाल ही में जिस गिरोह को पकड़ा है, उनसे कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस गिरोह में एक युवती रात के अंधेरे में कार चालकों से लिफ्ट मांगती थी। एक बार जिसने भी लिफ्ट दी वो उसका शिकार बन जाता था। आसपास मौजूद उसके 6 बदमाश उस कार को लूट लेते थे। बदनामी के डर से कार चालक कुछ बोलने की स्थिति में नहीं रहता था। यह युवती कई युवाओं को अपना शिकार बना चुकी है।

वेबसाइट से निकालती थी नंबर
पुलिस को पूछताछ में युवती ने बताया कि वह पिछले तीन सालों से कई लोगों को अपना शिकार बना चुकी है। वह वेबसाइट से भोपाल के लोगों के नंबर ढूंढती थी और खुद को कॉलगर्ल बताकर उनसे चैट करती थी। वो इस दौरान पैसे वाले युवाओं की तलाश करती थी। एक मीटिंग का 4 हजार और पूरी रात का 12 हजार रुपए चार्ज करती थी। मीटिंग फिक्स होने के बाद कोलार रोड या रातीबड़ रोड पर रात 11 बजे युवाओं को बुलाती थी।
11 बजे बाद करती थी शिकार
यह युवती 11 बजे के पहले ही तय स्थान पर पहुंच जाती थी और उसके बाद युवाओं का शिकार करती थी। इस काम में युवती का ब्वाय फ्रेंड और 5 अन्य साथी भी आसपास ही मौजूद रहते थे। जब युवती अपने शिकार के साथ कार में बैठकर चले जाती थी, तब धीरे से अपने साथियों को कॉल करके बुला लेती थी। बीच रास्ते में युवती की गैंग कार को रोककर लूटपाट शुरू कर देती थी। उसी के साथी वीडियो बनाने लगते हैं। इसी दौरान युवती भी बचाव-बचाव चिल्लाने लगती थी। तभी कार चालक युवक मामला रफा-दफा करने के लिए अपने पास मौजूद पूरा सामान सौंप देता था।
पुलिस के मुताबिक यह युवती तीन साल से कोलार और रातीबड़ इलाके में सुनसान इलाकों में ऐसी ही वारदात को अंजाम देती थी। युवती के नाटक से कार चालक घबरा जाते थे और अपना सबकुछ लुटा देते थे। युवती ने खुद कबूल भी किया है कि उसने क्राइम पेट्रोल देखकर यह आइडिया लिया था। युवती के साथ ब्वाय फ्रेंड दीपक सिंह बिष्ट (28), आकाश लोधी (23), ऋतिक रैकवार (19), प्रिंस मालवीय (25) और आकाश पंवार नाम के युवकों को भी गिरफ्तार किया है। इनके एक साथी की तलाश की जा रही है।