इसके बावजूद नए वैरिएंट की जांच और उसके म्यूटेशन को पहचानने के लिए तैयारियां अधूरी हैं। मेडिकल कॉलेजों में जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था नहीं है। सैंपल दिल्ली भेजे जाते हैं। रिपोर्ट में देरी से नए वैरिएंट की जल्द पहचान मुश्किल हो रही है।
वहीं, तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच सोमवार को सीएम शिवराज सिंह ने कोरोना की समीक्षा की। जानकारी के लिए बता दें कि भोपाल के शाहपुरा एक्सटेंशन निवासी 85 वर्षीय महिला की मौत हो गई। 29 नवंबर को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पहले से बीमारियां थीं। 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 17 नए केस मिले। भोपाल में 8 केस सामने आए। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर टेंशन बढ़ गई है। दरअसल, जबलपुर में 28 वर्षीय जर्मन नागरिक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसका नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने तक कुछ नहीं कहा जा सकता है।
बता दें कि दुनिया के 38 से ज्यादा देशों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. द अफ्रीका में सबसे पहले डिटेक्ट हुए इस वेरिएंट के अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, भारत में भी काफी तेजी से केस मिले रहे हैं. ब्रिटेन में ओमिक्रॉन का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है. यहां बिना ट्रैवल हिस्ट्री के भी काफी लोग कोरोना के नए वेरिएंट से संक्रमित हो रहे हैं.