scriptWomen suffering from domestic violence were afraid to even talk | घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाएं बात करने से भी डरती थीं, आज खुद का रोजगार चला रहीं | Patrika News

घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाएं बात करने से भी डरती थीं, आज खुद का रोजगार चला रहीं

locationभोपालPublished: Aug 17, 2023 10:35:56 pm

Submitted by:

hitesh sharma

पेशे से लॉयर हार्दिका गुरबक्सनी कुकरेजा ने महिलाओं को बना रहीं आत्मनिर्भर

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भोपाल। मेरी मम्मी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करती हैं। बचपन से मैं उनके साथ विभिन्न कार्यक्रमों में जाती थी तो पीडि़त महिलाओं को देख मुझे भी लगता था कि मुझे भी इनके लिए कुछ करना चाहिए। मैंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज से लॉ में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इन दिनों दिल्ली में हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हूं। यहां प्रैक्टिस के दौरान भी मैंने पीडि़त महिलाओं को देखा तो पिछले साल दिसंबर में उनके लिए काम करने का फैसला लिया। वर्कशॉप के जरिए उन्हें नई स्किल्स सिखाकर 40 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर चुकी हूं। यह कहना है हार्दिका गुरबक्सनी कुकरेजा का। वे इन दिनों दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं।

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