जानकारी के मुताबिक को साक्षी एक मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी थी। उसके पिता एलआइसी में कार्यरत हैं। साक्षी और आकाश ने दोनों परिवारों की सहमति से प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद कुछ समय तक सब कुछ ठीक रहा। लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरा अचानक सेठी परिवार के मन में लालच आया और उन्होंने साक्षी के पिता से कार और नकद राशि की मांग शुरू कर दी। नहीं देने पर साक्षी को प्रताडि़त करना शुरू कर दिया।
अब तक नहीं सुनवाई
विगत 07 जुलाई को पिता राकेश सारस्वत के पास सूचना आई कि साक्षी की मृत्यु हो गई है। पिता का आरोप है कि दहेज लोभी ससुराल पक्ष के लोगों ने ही उसकी बेटी की हत्या की है। मामले में पिता ने पुलिस मुख्यालय से भी गुहार लगाई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। पिता का कहना है कि आला अधिकारी तो सहयोग कर रहे हैं, लेकिन निचले स्तर से कार्रवाई रुकी हुई है। पिता का कहना है कि आज ढाई माह हो चुके हैं, लेकिन आरोपियोंं की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।