रविवार सुबह भी एक महिला घर आई थी। बताया जा रहा है कि इस महिला के पास घर की रजिस्ट्री गिरवी रखी है। आरोप है कि इस महिला ने धमकी दी थी घर खाली नहीं किया तो जबरन सामान बाहर फेंक देंगे। बजरिया थाने के एएसआई आरबी पटवारे ने बताया कि 35 वर्षीय ललिता बाई पति हल्के सिंह कुशवाह गली नंबर एक द्वारका नगर में रहती थी। उसके पांच बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटी और दो बेटे हैं। पति प्राइवेट नौकरी करता है।
रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे ललिता फांसी के फंदे पर लटकी मिली। घटना का खुलासा तब हुआ जब उसकी 17 वर्षीय बेटी दिपाली दूसरी मंजिल स्थित कमरे में पहुंची। दरवाजा अंदर से बंद होने पर उसे संदेह हुआ। खिडक़ी से झांका तो उसकी मां फंदे पर झूलती हुई दिखी। दिपाली की चीख-पुकार सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा।
ललिता की बड़ी बेटी दीपा ने बताया कि मां के पास आए दिन मोहल्ले की दो-तीन आंटी आती थीं। जिनमें से एक निर्मला विश्वकर्मा रविवार सुबह आई थीं। बोल रही थीं कि घर खाली कर देना, नहीं तो वह जबरन खाली करा देंगी। निर्मला आंटी के पास में उसके घर की रजिस्ट्री है, जो उन्होंने मां से ले ली थी। निर्मला आंटी के अलावा एक अलका नाम की आंटी भी आती हैं, एक का वह नाम नहीं जानती, लेकिन चेहरे से पहचान सकती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले भी सामने आए सूदखोरी के प्रकरण
केस-1
12 जून 2019 को 56 वर्षीय कृष्ण सिंह राणा निवासी एफ-47 राजहर्ष कॉलोनी कोलार ने अहमदपुर रेलवे फाटक के समीप रेलवे ट्रेक पटरियों के बीच ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली थी। उन्होंने सुसाइड नोट तीन सूदखोरों के खिलाफ तकाते की बात लिखी थी। सुसाइड नोट हजारों के बदले लाखों रुपए देने के बावजूद प्रताडि़त करने का जिक्र किया था। जिसमें मिसरोद थाना पुलिस ने जांच के बाद तीनों सूदखोरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
केस-2
अशोका गार्डन थाना क्षेत्र स्थित सुभाष कॉलोनी निवासी किराना व्यापारी देवेन्द्र साहू ने 29 जून 2018 को सूदखोरों से तंग आकर छोटे तालाब में छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। सुसाइड नोट में सूदखोरों का जिक्र किया था।