शहर में बैरागढ़, कोहेफिजा, वर्धमान पार्क, लेक व्यू, मंदाकिनी पार्क, कोलार, तुलसी पार्क, सेकंट स्टॉप, वार्ड-64 में सोनागिरी ए व सी सेक्टर में पुरुषोत्तम गौर पार्क व मल्खा सिंह पार्क और रजत नगर में ऐसे जिम बने हैं। इनमें से कुछ नगर निगम ने बनाए तो कुछ जनसहयोग से शुरू हुए। इनमें हर रोज बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। ये उन लोगों के लिए सहारा हैं जो हजारों रुपए फीस देकर निजी जिम में नहीं जा सकते।
करीब पांच करोड़ रुपए बजट पार्को के विकास के लिए 18-19 के बजट में पांच करोड़ रुपए की राशि सुरक्षित रखी है। जिसमें करीब चार पार्क में ओपन जिम बनाया जाना है। नगर निगम प्रवक्ता हरीश गुप्ता ने बताया कि अधिकांश पार्कों में बच्चों के मनोरंजन के साथ एक्युप्रेशर पाथवे बनाए जा रहे हैं।
हजारों रुपए वसूला जा रहा शुल्क शहर जिम एक कारोबार का रूप ले चुका है। ये सेहत के लिए हजारों रुपए शुल्क वसूल रहे हैं। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर उपकरण लगने से आम लोगों को फायदा मिला है। कई युवा इसके लिए हजारों रुपए फीस दे रहे हैं।
पार्क एक नजर- – शहर में कुल पार्क करीब- 250
– नगर निगम द्वारा बनाए पार्क-116
– ओपन जिम पार्को की संख्या-12 – मेरे वार्ड में 15 पार्क हैं। इनमें से तीन पार्क को ओपन जिम में तब्दील किया गया है। यहां कसरत के लिए कई उपकरण लगाए गए हैं। पार्क में आकर कोई भी कसरत कर सकता है।
– नगर निगम द्वारा बनाए पार्क-116
– ओपन जिम पार्को की संख्या-12 – मेरे वार्ड में 15 पार्क हैं। इनमें से तीन पार्क को ओपन जिम में तब्दील किया गया है। यहां कसरत के लिए कई उपकरण लगाए गए हैं। पार्क में आकर कोई भी कसरत कर सकता है।
– सुरेंद्र वाडिका, जनप्रतिनिधि व एमआईसी सदस्य
ओपन जिम और एक्यूप्रेशर पाथवे शहर के सभी पार्कों में बनवाए जा रहे हैं। इनमें कसरत के लिए उपकरण भी लगवाए जा रहे हैं। शहर के और भी पार्क में इस तरह के ओपन जिम में तब्दील करने की योजना है।
ओपन जिम और एक्यूप्रेशर पाथवे शहर के सभी पार्कों में बनवाए जा रहे हैं। इनमें कसरत के लिए उपकरण भी लगवाए जा रहे हैं। शहर के और भी पार्क में इस तरह के ओपन जिम में तब्दील करने की योजना है।
-भगवानदास भूमरकर, उपायुक्त व प्रभारी उद्यानिकी शाखा, ननि