कोलार निवासी 29 वर्षीय शैलेंद्र यादव भारतीय व्हील चेयर टीम का प्रतिधित्व करते हैं। इस दौरान उन्होंने दर्जनों इंटरनेशन टूर्नामेंट में भाग लिया है। वे नेपाल और श्रीलंका सीरीज में भी भारतीय व्हील चेयर टीम का हिस्सा थे। शैलेंद्र अपने साथियों के साथ 11 नवंबर को भोपाल से निकले थे, जो सीहोर, सोनकच्छ, देवास होते हुए 17 नवंबर को शाम छह बजे उज्जैन पहुंचे। जबकि रात को 10 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर में सफर का समापन किया। इस सफर के दौरान उन्हें 8 दिनों का समय लगा।
हमारा सफर परेशानियों वाला रहा। साथ ही लोगों ने हमें सर्पोट भी किया। सफर के दौरान कई बार उतार-चढ़ाव वाले रास्ते मिले। कई बार घाटियों को पार करने में पसीना निकलने लगा, जिसके बाद हम एक-दूसरे का पसीना पोछते भी रहे। थकावट होने पर पेड़ की छांव में पांच मिनट का ठहराव लेते थे। दिव्यांग के लिए लोगों की सोच हमेशा निगेटिविट रहती है। वो सोचते हैं कि हम लोग कुछ नहीं कर सकते, इसलिए मैंने और दोस्त ने कुछ नया करने का फैसला लिया। जिससे हम अपने जैसे लोगों को प्रेरणा दे सकें।