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भोपाल के क्रिकेटर शैलेंद्र यादव व्हीलचेयर से पहुंचे उज्जैन, रेकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम

locationभोपालPublished: Nov 21, 2019 08:51:26 pm

रास्ते में सुरक्षा के लिए लगाई रेडियम, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पूरा किया सफर, मुश्किलों का डटकर किया मुकाबला

भोपाल के क्रिकेटर शैलेंद्र यादव व्हीलचेयर से पहुंचे उज्जैन, रेकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम

भोपाल के क्रिकेटर शैलेंद्र यादव व्हीलचेयर से पहुंचे उज्जैन, रेकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम

भोपाल . मन में कुछ अलग कर गुजरने का जुनून और जज्बा है, तो कोई भी दूरी या मजबूरी बाधा नहीं बन सकती। इसे साबित कर दिखाया है शहर के दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी शैलेंद्र यादव ने। उन्होंने साबित कर दिया कि आदमी असंभव को भी संभव कर सकता है, भले ही उसकी राह में कितनी बाधाएं आएं। शैलेंद्र यादव भारतीय व्हीलचेयर टीम से खेलते हैं। उन्होंने अपने साथी क्रिकेटर उत्तराखंड के कमल हासन के साथ भोपाल से उज्जैन तक 250 किमी का सफर व्हील चेयर से पूरा कर दिखाया है। इस सफर में उनके एक और दोस्त ज्ञान सिंह यादव भी पैदल शामिल हुए। इस सफर को पूरा करने के बाद वे भोपाल पहुंचे और पत्रिका से अपने अनुभव साझा किए। व्हीलचेयर से ये दूरी तय करने का ये पहला मामला है।
इस सफलता के लिए शैलेंद्र और उनके दोस्त ने वल्र्ड रेकॉर्ड ऑफ इंडिया में अपना नाम दर्ज कराया है। इसका सर्टिफिकेट उन्हें चार दिनों के बाद मिलेगा। वे बताते हैं कि इस दौरान लोगों ने फाइनेंशियल भी सपोर्ट किया। रात में कई ढाबा संचालक और मंदिर में लोगों ने जगह भी दी। उन्होंने बताया कि हम रात में सिर्फ 8 बजे तक ही सफर करते थे। अंधेरा होने के पहले गांव या ढाबा में ठिकाना ढंूढते थे। सफर के दौरान रात में पीछे से आने वाले वाहनों से बचने के लिए हम अपनी व्हीलचेयर में रेडियम और मोबाइल की टॉर्च जलाकर लगा लेते थे, जिससे पीछे से आने वाले वाहनों को हम दिख सकें और दुर्घटना से बच सकें।
इंटरनेशनल प्लेयर हैं शैलेंद्र
कोलार निवासी 29 वर्षीय शैलेंद्र यादव भारतीय व्हील चेयर टीम का प्रतिधित्व करते हैं। इस दौरान उन्होंने दर्जनों इंटरनेशन टूर्नामेंट में भाग लिया है। वे नेपाल और श्रीलंका सीरीज में भी भारतीय व्हील चेयर टीम का हिस्सा थे। शैलेंद्र अपने साथियों के साथ 11 नवंबर को भोपाल से निकले थे, जो सीहोर, सोनकच्छ, देवास होते हुए 17 नवंबर को शाम छह बजे उज्जैन पहुंचे। जबकि रात को 10 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर में सफर का समापन किया। इस सफर के दौरान उन्हें 8 दिनों का समय लगा।
भोपाल के क्रिकेटर शैलेंद्र यादव व्हीलचेयर से पहुंचे उज्जैन, रेकॉर्ड में दर्ज कराया अपना नाम
सफर में आए उतार चढ़ाव वाले रास्ते
हमारा सफर परेशानियों वाला रहा। साथ ही लोगों ने हमें सर्पोट भी किया। सफर के दौरान कई बार उतार-चढ़ाव वाले रास्ते मिले। कई बार घाटियों को पार करने में पसीना निकलने लगा, जिसके बाद हम एक-दूसरे का पसीना पोछते भी रहे। थकावट होने पर पेड़ की छांव में पांच मिनट का ठहराव लेते थे। दिव्यांग के लिए लोगों की सोच हमेशा निगेटिविट रहती है। वो सोचते हैं कि हम लोग कुछ नहीं कर सकते, इसलिए मैंने और दोस्त ने कुछ नया करने का फैसला लिया। जिससे हम अपने जैसे लोगों को प्रेरणा दे सकें।
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