ये आएगी सबसे बड़ी परेशानी
जिले में पंजीयन करा चुके 39 हजार किसानों में से काफी किसानों के पास एंड्रॉइड फोन नहीं हैं। ऐसे में वे किसान कैसे साइट पर जाकर स्लॉट बुक करेंगे। उनके सामने समस्या खड़ी हो रही है। दूसरी समस्या ये है कि अगर किसान को दिन में दो बजे का स्लॉट मिला तो उसे कम से कम एक या दो घंटे पहले ही आना होगा। ऐसे में उपार्जन केंद्र पर भीड़ लगना लाजिमी है। इसका समाधान खाद्य विभाग के अफसर कैसे करेंगे।
जिले में पंजीयन करा चुके 39 हजार किसानों में से काफी किसानों के पास एंड्रॉइड फोन नहीं हैं। ऐसे में वे किसान कैसे साइट पर जाकर स्लॉट बुक करेंगे। उनके सामने समस्या खड़ी हो रही है। दूसरी समस्या ये है कि अगर किसान को दिन में दो बजे का स्लॉट मिला तो उसे कम से कम एक या दो घंटे पहले ही आना होगा। ऐसे में उपार्जन केंद्र पर भीड़ लगना लाजिमी है। इसका समाधान खाद्य विभाग के अफसर कैसे करेंगे।
समर्थन मूल्य पर ये दरें की हैं तय इस बार समर्थन मूल्य में गेहूं 2015, जौ 1635, चना 5230, मसूर 5500, सरसों 5050 एवं कुसुम 5441 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। जो किसान अपनी उपज को समर्थन मूल्य पर विक्रय करना चाहते हैं। उन्हें स्लॉट बुक करना होगा। अभी तक मैन्युअली उपार्जन के निर्देश नहीं आए हैं।
वर्जन
कुछ किसानों ने बताया है कि साइट पर केंद्र का नाम नहीं आ रहा कोड आ रहा है, उनकी समस्या का समाधान करा रहे हैं। दिनेश अहिरवार, सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी
कुछ किसानों ने बताया है कि साइट पर केंद्र का नाम नहीं आ रहा कोड आ रहा है, उनकी समस्या का समाधान करा रहे हैं। दिनेश अहिरवार, सहायक खाद्य आपूर्ति अधिकारी