– स्वास्थ्य अमले को चाहिए किट
पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट की जरूरत इलाज करने वाले अमले को होती है। यह किट संक्रमण से बचाती है, लेकिन मध्यप्रदेश में इस किट की भारी किल्लत है। छह अप्रेल की स्थिति में प्रदेश के पास महज 9027 पीपीई किट हैं। सरकार के पास 21911 पीपीई किट थी। इसमें से 12884 किट का उपयोग किया जा चुका है। इन 9027 किट के मुकाबले 40 हजार से ज्यादा किट की जरूरत मैदानी अमले ने जताई है, लेकिन उन्हें किट नहीं मिल पाई है। सरकार ने अब हर दिन दो हजार किट प्रदेश में ही बनाने का दावा किया है, लेकिन इनकी आपूर्ति से अगले हफ्ते तक ही होगी।
– पुलिस भी डटी मैदान में
लॉकडाउन का पालन कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। मैदानी अमला दिन-रात गश्त करता है। कुछ टीआई व पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव भी हो चुके हैं। इसके बावजूद पुलिस मैदान में डटी है। राज्यस्तर पर डीजीपी विवेक जौहरी व गृह विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा सुबह-शाम रिव्यू कर रहे। जमात में शामिल लोगों को ढूंढना भी बड़ी चुनौती रहा है। वहीं, आईएएस के पॉजिटिव केस आने के बाद गृह पीएस एसएन मिश्रा भी संक्रमण के खतरे में आ गए, लेकिन मॉनिटरिंग और रिव्यू नहीं छोड़ा।
– संभाग-जिला स्तर
संभाग व जिलास्तर के अफसर भी मॉनिटरिंग में लगे हैं। मसलन, इंदौर में संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी व कलेक्टर मनीष सिंह और भोपाल में संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव व कलेक्टर तरुण पिथोड़े दिन-रात जुटे हैं। इन दोनों जगह ही सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस पाए गए हैं। दोनों शहरों को संभालना बड़ी चुनौती है। अफसर सुबह-शाम अफसर बैठकें कर रहे हैं। देर रात तक राज्यस्तर पर आला अफसरों से समन्वय करके निर्णय करते हैं। लॉकडाउन का पालन करना भी चुनौतीपूर्ण है। दोनों संभागायुक्त परिक्षेत्र के हर कलेक्टर से पूरी रिपोर्ट ले रहे हैं। साथ ही अन्य आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
– स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरणों की स्थिति
उपकरण- उपलब्धता- उपयोग – शेष
पीपीई किट- 21911 – 12884 – 9027
एन-95 मास्क- 77741- 31579- 46162
थ्री-लेयर मास्क- 581000- 27000- 554000
– ऐसे की जा रही खरीदी
172000 नई पीपीई किट खरीदी की प्रक्रिया चल रही।
211000 नए एन-95 मास्क की खरीदी हो रही।
1000000 नए थ्री-लेयर मास्क खरीदे जा रहे हैं।