पुलिस के मुताबिक चालीस क्वार्टर झुग्गीबस्ती निवासी राजेश चौधरी (20) अपने बड़े भाई राजू और भाभी के साथ रहता था। राजू हलवाई का काम करता है। करीब दो साल पहले वह डिवाइडर से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसकी कमर में गंभीर चोट आई थी। इस दौरान कमर का ऑपरेशन भी किया गया, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। उसके हाथ-पैरों ने भी काम करना बंद कर दिया था, जिससे वह लाचार हो गया था। कई स्थानों में चले लगातार इलाज के बाद भी जब उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। शुक्रवार सुबह राजू अपने काम पर चला गया था। दोपहर करीब एक बजे तक राजेश अपने कमरे से बाहर नहीं आया तो परिजन देखने पहुंचे, तब वह फांसी के फंदे पर लटका मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुरी तरह से लाचार हो गया था राजेश
मामले की जांच कर रहे एएसआई कोमल सिंह वर्मा ने बताया कि राजेश पहले प्रायवेट काम करता था, लेकिन एक्सीडेंट के बाद से वह लाचार हो गया था। उसने एक बाइक भी फाइनेंस कराई थी, जिसकी किस्त एक्सीडेंट के बाद से नहीं भरी गई थी। इलाज के बाद भी उसका शरीर काम नहीं कर पा रहा था, इधर किश्त नहीं भरने पर तहसील कार्यालय से उसे नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद से वह काफी परेशान था। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद फांसी लगाने के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा।