पुलिस के अनुसार रातीतलाई गली नंबर सात के निवासी जॉन सीटी पुत्र थॉमस ने गुजरात, बड़ौदा के सेंट्रल मॉल के पीछे अल्कापुरी में संचालित फॉरेन एज्यूकेशन इंफोरमेशन सेंटर की संचालिका मेघा पण्ड्या के खिलाफ उसके बेटे को विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने भेजने के नाम धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है।
पुलिस के अनुसार संस्था बड़ौदा में जरूरतमंदों को पढ़ाई के लिए विदेश भेजने का काम करती है। इसकी जानकारी जब लगी तो जॉन के बेटे अजेश ने वर्ष 2015 में संस्था से संपर्क किया। साथ ही कहा वह नौकरी के लिए कनाडा जाना चाहता है। इसके एवज में आरोपित ने बतौर कमीशन अजेश से 60 हजार रुपए की मांग रखी। अजेश आरोपितों के विश्वास में आ गया और दस जार रुपए नकद भी दे आया। इसके बाद 50 हजार रुपए आरोपितों के खाते में डाल दिए।
इस पर संस्था की संचालिका ने कहा कि जल्द ही वीजा आ जाएगा और आपको कनाडा भेज दिया जाएगा। लंबा समय गुजर जाने के बाद जब अजेश का वीजा नहीं आया और न संचालिका की ओर से कोई संपर्क साधा गया तो उसने स्वयं ही अपने स्तर पर संपर्क किया, लेकिन अजेश को कोई संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिला।
इसके बाद दुग्र्भायवश 14 जून 2015 को अजेश की मौत हो गई। अजेश के पिता जॉन ने जब रुपयों की मांग की तो कुछ समय तक तो टाला गया। इसके बाद पन्द्रह हजार का एक चेक दिया गया, लेकिन खाते में रुपया नहीं होने की वजह से चेक बाउंस हो गया। इसके बाद अभी तक जॉन को उसको रुपया नहीं दिया गया है। मामले को लेकर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।